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बीकानेर। राज्य सरकार ने बीते सप्ताह जारी आदेश में संशोधन कर प्रदेश में पटाखे बेचने और चलाने की अनुमति दी है। शुक्रवार को जारी हुए इन आदेशों की खबर से पटाखा कारोबारियों में प्रसन्नता की लहर है। बीकानेर फायर वक्र्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों और पटाखा कारोबारियों ने इसके लिये मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मुख्य शासन सचिव निरंजन आर्य का आभार जताया है। एसोसिएशन के सचिव लूणकरण सेठिया ने बताया कि त्यौहारी मौके पर पटाखों के बेचने और चलान की अनुमति देकर राज्य सरकार ने पटाखा कारोबार जगत को राहत प्रदान की है। जानकारी में रहे कि शुक्रवार को जारी संशोधित आदेशो मिली राहत से प्रदेशवासी अब दिवाली, गुरुपर्व, छठ पर्व, क्रिस्मस और न्यू ईयर पर जमकर आतिशबाजी कर सकेगें। संशोधित आदेश में राज्य सरकार ने केवल ग्रीन पटाखे चलाने की अनुमित दी है। इसमे एक शर्त भी रखी गई है कि जिस शहर में एयर क्वालिटी इंडेक्स खराब या उससे खराब है वहां उस दिन आतिशबाजी चलाने पर रोक रहेगी। इससे पहले सरकार ने एक अक्टूबर 2021 से 31 जनवरी, 2022 तक राजस्थान में सभी प्रकार की आतिशबाजी बेचने व चलाने पर रोक लगा दी थी। इसे लेकर पटाखा कारोबारियों ने प्रदेशभर में विरोध दर्ज कराया। संशोधित आदेश के अनुसार सरकार ने प्रदेश (एनसीआर क्षेत्र को छोड़कर ) में दिवाली पर दो घंटे रात 8 से रात 10 बजे तक के लिए ग्रीन पटाखों को चलाने की अनुमति प्रदान की है। इसी तरह क्रिसमस एवं न्यू ईयर पर रात 11.55 से रात 12.30 बजे, गुरू पर्व पर रात्रि 8 से रात्रि 10 बजे तक तथा छठ पर्व पर सुबह 6 से सुबह 8 बजे तक ग्रीन पटाखा चलाने की अनुमति होगी। गृह विभाग ने इस संबंध में शुक्रवार को आदेश जारी कर दिए हैं। अन्य त्योहारों पर आतिशबाजी के संबंध में गृह विभाग अलग से दिशा-निर्देश जारी करेगा। सरकार के इस आदेश पर बीकानेर के पटाखा कारोबारी,विरेन्द्र किराडू, बनवारी लाल अग्रवाल,नरेन्द्र खत्री,महेश अग्रवाल,गुरूदीप शर्मा समेत तमाम कारोबारियों ने प्रसन्नता जताई है।

कारोबारियों को मिलेगा नुकसान से उबरने का मौका*
शहर के पटाखा कारोबारी महेश अग्रवाल ने पटाखों की बिक्री और आतिबाजी के लिये राज्य सरकार द्वारा दी गई छूट को राहतकारी बताते हुए कहा कि राज्य सरकार की इस छूट से पटाखा कारोबारियों को आर्थिंक नुकसान से उबरने का मौका मिलेगा। अग्रवाल ने बताया सरकार फोकस ग्रीन पटाखों पर है,इसलिये पटाखा कारोबारी अब ग्रीन पटाखों ही बेचते है। वैसे भी बीकानेर समेत प्रदेशभर में अब ग्रीन पटाखों का चलन बढ गया है। ग्रीन पटाखों से प्रदूषण अन्य सामान्य पटाखों की तुलना में कम होता है। ग्रीन पटाखों से अन्य पटाखों ग्रीन श्रेणी में आने वाले पटाखों के लिए उत्पादक को एक सर्टिफिकेट नीरी द्वारा दिया जाता है । पटाखों के डिब्बों पर नीरी का हरे रंग का लोगो एवं क्यू आर कोड होता है, जिसे स्केन कर ग्रीन पटाखों की पहचान की जा सकती है।

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