बीकानेर शहर में धड़ल्ले से अतिक्रमण हो रहे हैं। जो जहां चाह रहा है वहां अतिक्रमण कर रहा है। अतिक्रमियों को न कोई रोकने वाला है और ना ही कोई टोकने वाला। संबंधित विभाग और जिम्मेदार अधिकारी भी चुप्पी साधे हुए हैं। आए दिन आमजन की ओर से संबंधित विभागों में की जा रही अतिक्रमणों की शिकायते धूल फांक रही है। अतिक्रमियों को मिल रही शह और ऊंची रसूखात के चलते अतिक्रमी सरकारी जमीनों, सड़कों, पार्को, योजना क्षेत्रों की जमीनों और निजी खातेदारी की जमीनों पर धड़ल्ले से अतिक्रमण कर रहे हैं। बार-बार शिकायतें करने और गुहार लगाने के बाद भी संबंधित विभाग कार्रवाई करने से बच रहे हैं।
धड़ल्ले से अतिक्रमण
शहर में जगह-जगह नियमों और कानून को ताक में रखकर अतिक्रमणों का सिलसिला जारी है। किसी मकान के आगे सीढ़ी, चौकी, रम्प को हटाने को आतुर रहने वाले अधिकारियों की नजरे मुख्य मार्गों पर सड़क की जमीन पर होने वाले
अतिक्रमणों पर नहीं पड़ रही है। अधिकारी रोज ऐसे अतिक्रमणों के आगे से दिन में कई बार निकलते हैं, लेकिन कार्रवाई करने की बजाय महज देखकर निकलते रहते हैं।
बुधवार को भुट्टा चौराहे से तीर्थव रोड पर मंदिर के पास सड़क पर बन रही दुकानों की जानकारी मिलने पर निगम दल मौके पर पहुंचा।
न रोक रहे अतिक्रमण न बिना स्वीकृति निर्माण
शहर में अतिक्रमियों और अवैध निर्माण करने वालों को खुली छूट मिली हुई है। संबंधित विभाग अतिक्रमण हटाना तो दूर जो लोग बिना स्वीकृति इमारतें खड़ी कर रहे हैं और स्वीकृति के विपरित निर्माण
कर रहे हैं,ऐसे लोगों के विरुद्ध भी कार्रवाई नहीं हो रही है।
आए दिन पार्षद और आमजन निगम में पहुंचकर ऐसे निर्माण कार्यो की शिकायतें करते रहते हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। जयपुर रोड हल्दीराम प्याऊ के पास जीएसएस के नजदीक एक निजी खातेदार अपनी जमीन पर हो रहे अतिक्रमणों को रुकवाने के लिए न्यास के बार बार चक्कर निकाल रहा है, लेकिन न्यास कार्रवाई करने की बजाय मूक दर्शक बनकर हो रहे अतिक्रमणों को। देख रही है।
दस्ते गठित,पर कार्रवाई नहीं
न्यास और निगम में दर्जनों शिकायतें अतिक्रमणों से संबंधित हैं। कई शिकायते लंबे समय से चल रही हैं। दोनों विभागों में अतिक्रमणरोधी दस्ते भी गठित हैं। नियमित कार्रवाई दोनों ही विभाग नहीं कर रहे हैं। न्यास और निगम को जिन जमीनों से राजस्व प्राप्ति की उम्मीद रहती है, उन पर हो रखे अतिक्रमणों को हटाने में विभाग आतुर रहते हैं, जबकि आमजन को हो रही परेशानी सुविधा क्षेत्रों, सड़कों, पार्कों आदि पर हो रखे अतिक्रमणों को हटाने में उदासीनता बनी रहती है।