खाजूवाला, सिंचाई पानी की मांग को लेकर किसानों का खाजूवाला के बाद अब पिछले 4 दिनों से पूगल ब्रांच की 620 हैड पर किसानों का अनिश्चितकालीन धरना जारी था। लगातार किसान सिंचाई पानी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। वहीं 31 जनवरी को चंडीगढ़ में हुई भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड की बैठक के बाद किसानों को उम्मीद जगी थी कि तीन में से एक समूह में सिंचाई पानी मिलेगा। लेकिन सिंचाई विभाग के अधिकारियों की हठधर्मिता के चलते चार में से एक समूह सिंचाई पानी देने का ऐलान किया गया। ऐसे में किसान चार में से एक समूह सिंचाई पानी के विरोध में उग्र हो गए और 620 हैड पर किसानों ने अनिश्चितकालीन पड़ाव डाल दिया और किसान मांग करने लगे कि पूगल ब्रांच को वरीयता क्रम अनुसार क ग्रुप में चलाया जाए। ऐसे में आईजीएनपी नहर की 620 हैड पर चल रहे आंदोलन को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस जाब्ता भी तैनात किया गया।
बुधवार सुबह सिंचाई विभाग के अधिकारी व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर किसानों के पास पहुंचे और किसानों से वार्ता की। लेकिन किसान इस बात पर अड़े रहे कि पूगल ब्रांच में 3 फरवरी को पानी छोड़ा जाए और एक अतिरिक्त सिंचाई पानी देकर किसानों की फसलों को बचाया जाए। देर शाम 6:00 बजे किसानों के प्रतिनिधिमंडल के साथ प्रशासनिक अधिकारियों की वार्ता हुई। सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता रामसिंह छतरगढ़ उपखंड अधिकारी सत्य नारायण सुथार, छतरगढ़ व खाजूवाला एसएचओ भी वार्ता में मौजूद रहे। किसानों द्वारा रखी गई मांग के अनुरूप सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता ने वार्ता के दौरान किसानों को पूगल ब्रांच में वरीयता क्रम अनुसार क ग्रुप में चलाने और तीन में से एक समूह में नहरें चलाने व मार्च महीने में में एक अतिरिक्त सिंचाई पानी का आश्वासन देकर मौके पर मौजूद धरने को खत्म करवाया।
ये रहे धरने में मौजूद :
जल संसाधन खंड छतरगढ़ अधीक्षण अभियंता रामसिंह, छतरगढ़ एसडीएम सत्यनारायण सुथार, अधिशासी अभियंता संजीव वर्मा छतरगढ़, रेगुलेशन अधिशासी अभियंता चद्रसिंह डूडी, खाजूवाला एसएचओ अरविंद शेखावत, छतरगढ़ एसएचओ जयकुमार भादू, सीसीबी चेयरमैन भागीरथ ज्याणी, कुंदन सिंह राठौड़, भूपराभ भांभु, सरपंच मांगीलाल मेघवाल, थानसिंह भाटी, मदन लाल पुनिया, मदन लिंबा, रणवीर भांभु आदि मौजूद रहे।
इनका कहना है :
पूगल ब्रांच के किसानों की मांग थी कि पूगल ब्रांच को फरवरी के प्रथम सप्ताह में सिंचाई पानी देकर फसलों को बचाया जाए, जिस पर किसानों के साथ सहमति बनी है और एक अतिरिक्त सिंचाई पानी की मांग रखी गई थी। जिस पर किसानों को आश्वासन दिया गया है। आगामी रोटेशन तीन में से एक समूह में ही चलाया जाएगा। रेगुलेशन जल्द जारी होगा।
रामसिंह, अधीक्षण अभियंता, सिंचाई विभाग छतरगढ़।