बीकानेर,जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग बीकानेर के पीठासीन अधिकारी के खिलाफ फर्जी शिकायत करने का मामला सामने आया है। मामले में बार एसोसिएशन बीकानेर के पांच अधिवक्ताओं के नाम का भी दुरुपयोग किया गया है। उपभोक्ता आयोग के पीठासीन दीनदयाल प्रजापत पर मिलीभगत के आरोप लगाए गए हैं।
दरअसल, बीकानेर के एडवोकेट अनिल सोनी, अनिल तंवर व उमाशंकर सहित पांच अधिवक्ताओं के नाम से मुख्यमंत्री के पास एक शिकायत गई। मुख्यमंत्री ने राज्य उपभोक्ता आयोग को लिख दिया। पीठासीन अधिकारी पर गाज गिरी, उनसे स्पष्टीकरण मांग लिया गया। दूसरी तरफ जिन अधिवक्ताओं के नाम से शिकायत हुई उन सभी ने ऐसी कोई शिकायत करने से ही इंकार कर दिया। अधिवक्ताओं ने कहा कि उन्होंने इस तरह की कोई शिकायत की ही नहीं। मामले में बार एसोसिएशन बीकानेर भी कूद पड़ा। अब बार एसोसिएशन बीकानेर के सभापति मुमताज अली भाटी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर स्पष्टीकरण भी दिया है। पत्र में दावा किया गया है कि बार एसोसिएशन बीकानेर के इन अधिवक्ताओं द्वारा पीठासीन अधिकारी के खिलाफ कोई शिकायत ही नहीं की गई। जिस किसी ने भी पीठासीन अधिकारी पर आरोप लगाए हैं, वें किसी साजिश का हिस्सा है। बीकानेर के सभी अधिवक्ता पीठासीन अधिकारी प्रजापत की कार्यशैली से संतुष्ट हैं।
कहा जा रहा है कि पीठासीन अधिकारी को बदनाम करने की साज़िश रची गई है। अधिवक्ताओं के नाम का दुरुपयोग करते हुए फर्जी पत्र में फर्जी हस्ताक्षर भी किए गए हैं।
एडवोकेट अनिल सोनी ने कहा कि वे अज्ञात जालसाजों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने वाले हैं। उन्होंने इस तरह की कोई शिकायत कभी दी ही नहीं।