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बीकानेर, फर्जी खाता माफिया जगत के कुख्यात मनीष छाजेड़ ने अपराध जगत में तहलका मचाने के लिये सोशल मीडिया पर अवैध हथियार के साथ अपना फोटो शेयर किया है। जानकारी में रहे कि बीकानेर में फर्जी खातों के जरिये करोड़ो रूपये के मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े बीकानेर के हाई प्रोफाइल मामले में गंगाशहर निवासी मनीष छाजेड़ पुत्र लूणकरण छाजेड़ मुख्य आरोपी है। जिसे पुलिस और सीआईडी सीबी भी जांच में गुनाहगार मान चुकी है। यह मामला मनी लॉडिंग से जुड़ा होने के कारण अब इसकी जांच एसओजी को सौंपी गई है। इसके अलावा इंडी (प्रवर्तन निदेशालय) इस स्कैण्डल की जांच में जुटी है। आशंका है इस स्कैण्डल के तार विदेशी फंडिंग से जुड़े हो सकते है। ऐसे में तमाम ऐजेंसिया गंभीरता जांच कर रही है। हैरानी की बात तो यह है कि करीब दस करोड़ रूपये की ब्लैकमनी से जुड़े स्कैण्डल का माफिया अपनी फोटो फेसबुक पर शेयर कर खुले आम कानून को चुनौति दे रहा है। दुनाली बंदूक के

साथ फेसबुक पर शेयर किये गये अपने फोटों में माफिया मनीष छाजेड़ ने कंमेट्स किया है कि इतनी सी जिंदगी में जुर्म का पता नहीं, मगर इल्जाम तो बहुत!’खास बात यह है कि माफिया मनीष छाजेड़ ने अवैध हथियार के साथ ऐसे समय में अपना फोटों शेयर किया है जब एसओजी उससे जुड़े स्कैण्डल के गवाहों के
बयान लेने में जुटी है। संदेह है कि माफिया ने अपना यह फोटों मामले से जुड़े गवाहों में भय पैदा करने के लिये शेयर किया है। फिलहाल माफिया मनीष छाजेड़ का अवैध हथियार के साथ फोटो शेयर किये जाने की सूचना मिलने के बाद अब जांच ऐजेंसियों ने उस पर कड़ा शिंकजा कसने की तैयारी कर ली है।

दर्जनों फर्जी खातों से जुड़े है मनीष के तार

बैंकों में फर्जी खाते खोलकर काला धन जमा कर देश की नामी शेयर कंपनियों में डीमेट अकाउंट के जरिये करोड़ो रूपये की मनी लॉन्डिंग के इस मामले की जांच पड़ताल में खुलासा हुआ है कि माफिया मनीष की कुण्डली महज तीन-चार फर्जी बैंक खातों से नहीं बल्कि दर्जनों खातों से जुड़ी हुई है। सबसे पहले कोटगेट पुलिस थाने में वर्ष 2018 में बैंकों में फर्जी अकाउंट खोलकर करीब दो करोड़ रुपए का लेनदेन करने के तीन मुकदमे दर्ज हुए थे। मामले की जांच सीआईडी सीबी को सौंपी गई थी। जांच में मनीष छाजेड़ के साथ बैंक ऑफ बड़ोदा के तत्कालीन सहायक प्रबंधक विनोद बौथरा, आईसीआईसीआई बैंक के कर्मचारी राजेश भाटी तथा इंडसइंड बैंक के कर्मचारी प्रफुल्ल कुमार झा दोषी मानते हुए गिरफ्तारी के आदेश जारी किये थे। मगर राजनैतिक दबाब के कारण इन अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं हो पायी।

पुलिस ने जारी कर रखी है गाइड लाईन

जानकारी में रहे कि प्रदेश में आर्थिक अपराध बढ़ रहे है, अवैध शराब, खनन माफिया, फर्जी खाता माफिया, मादक पदार्थों की तस्करी एवं अन्य गैर कानूनी धंधे पनप रहे हैं। अपराध जगत के कुख्यात लोग सोशल मीडिया पर फोटो और वीडियो अपलोड कर आमजन में भय पैदाकर कर रहे हैं। इन पर अंकुश लगाने के लिये प्रदेश पुलिस मुख्यालय ने एक गाइड लाईन भी जारी कर रखी है। गाइड लाइन के मुताबिक कोई माफिया,गैंगस्टर अपराधी व व्यक्ति अपना फोटो या वीडियो सोशल मीडिया पर हथियार के साथ अपलोड करता है तो उसके खिलाफ 5/27 या 7/27 आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। सोशल मीडिया पर डाली गई पोस्ट से आमजन में भय पैदा होता है या धमकी दी जाती है तो धारा 505 (1) (बी) आईपीसी के साथ 420 या अन्य संज्ञेय अपराध की धारा में कार्रवाई होगी। अपराधिक वारदातों में लिप्त कोई अपराधी अपने नाम से फेसबुक पेज बनाता है या सोशल मीडिया साइट बनाता है तो उसके विरुद्ध धारा 66 डी आइटी एक्ट में कार्रवाई की जाएगी।

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