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बीकानेर,मानव धर्म प्रचार सेवा संस्थान एवं राधेश्याम सुन्दर देवी तंवर परिवार के संयुक्त तत्वावधान” धावङियों के मोहल्ले के बाबा रामदेव मंदिर के पास राधेश्याम तंवर परिवार के यजमानत्व मे श्रीमद्भागवत सप्ताह कथा का वाचन बालसंत श्रीछैल बिहारी जी महाराज के मुखारविंद से किया जा रहा हे। पांचवे दिवस कथा करते हुए बालसंत ने कहा कि कलयुग मे भगवान की भक्ति व धर्म को कुछ लोग पाखंङ व कमाई का जरिया बना रहै हे।अगर सनातन संस्कृति को बचाना है। तो धर्म प्रचार प्रसार के लिये सबको सामूहिक प्रयास करने होंगे।भागवत अभेद बैद्धिक दृष्टी ज्ञान रुपी देने वाला दिव्य शास्त्र है। अगर कोई इस पावन ग्रंथ जिसमे भगवान कृष्ण का आश्रय होने के बाद भी भेद दृष्टिकोण अपनाता हे,, तो वह जीव पाप का भागी बनकर अपना जीवन पतनगामी बनाता हे।अतः भगवतप्रसाद रुपी इस दिव्य भागवत शास्त्र को अभेद बुद्धि से श्रवण चिंतन मनन कर प्रचार प्रसार करना चाहिए।क्योंकि संसार स्वार्थ सागर है ओर हमारे समस्त शास्त्र हमारे संस्कारो की अनमोल विरासत हे, जो भी वेद शास्त्र उपनिषदों की अवहेलना करता हे,उनका जीवन सदेव कष्टदायक ओर दुखदाई बनता है। भगवान का हर अवतार हमे यही शिक्षाऐं देने हेतु होता हे। लेकिन लोभ कपट छल ओर माया के वशीभुत होकर हम तुच्छ जीव सदेव भेद बुद्धि अपनाकर जीवन को अशान्ति की ओर ले जाते हे,,ओर फिर दोष भाग्य ओर भगवान को देते हे।अतः हर प्राणी को शास्त्र सम्मत जीवन जीना चाहिए। पांचवे दिवस कथा मे “भागवत पोथी पुजन पं विकल्प गोस्वामी व नितेश आसदेव द्वारा विधिवत ‘यजमान राधेश्याम मघराज उमा तंवर भवानीशंकर भावना तंवर द्वारा’ करवाया गया”।तत्पश्चात बालसंत श्रीछैल विहारी महाराज द्वारा कृष्णजन्म पश्चात नंदगांव मे नंदोत्सव की कथा बतलाई।”उसी क्रम में भगवान “श्रीकृष्ण का जन्म पश्चात नंदोत्सव ओर कृष्ण की माखनचोरी व बाल लीलाओ के प्रसंग,व पुतना राक्षसी सहित अनेक असुरो के उद्धार की कथा बताई। कथा मे नंदोत्सव अवसर पर अधिष्ठाता महामंडलेश्वर स्वामी विमर्शानंदगिरी महाराज का राधेश्याम तंवर परिवार सहित धावङिया मोहल्ला वासियो ने अभिनंदन किया। तत्पश्चात बालसंत श्रीछैल विहारी महाराज का महामंडलेश्वर स्वामी विमर्शानंद गिरि महाराज ने बालसंत जी को नंदोत्सव पर श्रीफल शाल ओढ़ाकर बधाई देकर अभिनंदन किया।तत्पश्चात हरिकिशन नागल ओर देवकिशन गेपाल का राधेश्याम तंवर एव स्वामी जी ने अभिनंदन किया।किया स्वामी जी ने प्रवचन करते हुए कहा कि भागवत जीवन को संस्कारित कर जीवन जीना सिखलाने वाला अनुपम ग्रंथ हे। उपरोक्त अवसर पर धावङियों के मोहल्ले में भव्य नंदोत्सव मनाया गया। इस अवसर पर संपूर्ण पंडाल में “हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की के उद्घोष से संपूर्ण धावड़िया मोहल्ला गुंजायमान हो उठा। ओर बाल गोपाल आदि की अनेकों सचेतन झांकियां बनाई गई।।संपूर्ण पंडाल नंद के आनंदभयो जय कन्हैयालाल की” के उद्घोष के साथ नंदोत्सव के अवसर पर यजमान परिवार द्वारा बधाइयां बांटी गई.. उपरोक्त जानकारी देते हुए हरिकिशन नागल ने बताया। कि श्रदालुभक्तो की सेवा मे राधेश्याम भवानी मघराज तंवर,उमा भावना तंवर, रामनिवास तावणिया,लाला,शंकर,माली,आदि सेवाकार्य कर रहे।

जय श्रीकृष्ण

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