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बीकानेर,शहर विधायक एवं शिक्षा मंत्री के शहर छोटी कासी में शिक्षा के मंदिर में राजनीति क्या बात है।आरटीआई एवं सामाजिक कार्यकर्ता एन डी कादरी ने बताया कि एक जाति विशेष के लोगों को शिक्षकों द्वारा परेशान करने के मामले आम बात है। लेकिन तीन दिन पहले सोमवार को रामपुरिया जैन कालेज में एक अलग ही घटना घटित हुई लगता है। शिक्षक हमेशा माहौल सुधरने का काम किया करते हैं। लेकिन इस घटनाक्रम से लगता है। शायद शिक्षक की मंशा कुछ और रही हो । कांग्रेस पार्टी का प्रदेश में सरकार है। और कुछ माह बाद चुनाव भी होने है। शायद इस कारण इस समाज के नेतागण चुप बैठे हैं।

चंद क़ौम के लिए फिक्रमंद तो है। बाकी रहनुमा कहलाने चुप क्यों। रामपुरिया जैन कालेज में पेपर देने जा रहे छात्र के साथ तीन दिन पहले सोमवार को धटना घटी उस पर भी थोड़ी हिम्मत जुटा कर रहनुमा चर्चा कर लेते बेहतर होता, वह भी आप ही के शहर व मंत्री जी के विधानसभा क्षेत्र से जुड़ा मामला है। लेकिन नहीं इन बातों के लिए इनके पास समय कहां ।
क़ौम के नौजवानों ने मौजूदा सरकार को वर्ष 2000 कोराना काल में चुनाव पूर्व किया वायदा सहित उर्दू बचाओ संघर्ष समिति संयोजक एक शिक्षक ने दाढ़ी यात्रा निकाली थी । आप सभी को शाय़द याद होगा । उस पर कांग्रेस ग्रुप में एक नेता व मुस्लिम रहनुमा कहलाने वाले सज्जन ने लिखा था यह आंदोलन *आरएसएस की बी टीम द्वारा किया जा रहा है, धरना प्रदर्शन में न जाये अगर जाएं तो कांग्रेस जिला अध्यक्ष, विधायक, मंत्री से पूछकर जाएं और वहां की रिपोर्ट लाकर देवें*
यानी हम तो हक़ की लड़ाई लड रहे लोगों की मुखवीरी कर ही रहे है। तुम भी इस मुहिम में लग जाओ ऐसे महान है। मेरे क़ौम के रहनुमा इनको भक्ति के अलावा कुछ याद नहीं रहता । यह जब कुछ महीने बाद डोर टू डोर जायेंगे तब क़ौम के नौजवान इनसे सवाल करेंगे, और करना भी चाहिए । हमारा कहने का तात्पर्य यह इस तरह की घटनाएं , हो सकता है, शहर का माहौल खराब करने या फिर एक जाति विशेष के विधार्थियों को परीक्षा रूम में जाने से पहले ही डिस्टर्ब कर दिया जाएं ताकि सही तरीके से परीक्षा ही नहीं दें सके और ???????? । हमारा कहना सिर्फ इतना सा है कि शहर विधायक एवं मंत्री जी को चाहिए आपके विधानसभा क्षेत्र का मामला है। न्यायसंगत कार्रवाई कर जो भी दोषी पाया जाएं सख्त कार्रवाई होनी चाहिए । ताकि भविष्य में बीकानेर शहर कि गंगा जमुनी तहजीब में दखल देने की सोच भी न सके ।

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