बीकानेर। संस्था का प्रधान किसी यूनिट को चलाने के लिए खुद ही इंचार्ज बन जाए,यह अत्यधिक हास्यास्पद है।
Dee- director का पद विश्विद्यालय के अशैक्षणिक कर्मचारी को osd to vc के पद पर लगा कर उसी से ही स्वयं के आदेश निकलवाना कत्तई न्यायोचित नहीं है जबकि माननीय कुलाधिपति व राज्य सरकार के निर्देशानुसार विश्विद्यालय मे कुलसचिव व वित्त नियंत्रक प्रशासनिक आदेशों का क्रियान्वन करवाने के लिए सरकार ने लगा रखे हैं।
इन दोनो अधिकारियों को नजर अंदाज करके कुलपति महोदय अपनी मनमानी करने मे लगे हुए हैं।