जयपुर। धर्म नगरी छोटी काशी के नाम से विख्यात राजधानी जयपुर शहर के श्याम नगर स्थित वशिष्ठ मार्ग आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर पर गुरुमां गणिनी आर्यिका रत्न सुपार्श्वमती माताजी की शिष्या गणिनी आर्यिका गौरवमती माताजी का 15 वां वर्षायोग स्थापना समारोह का भव्य आयोजन मंगलवार को प्रातः 8 बजे से किया गया। जिसका शुभारंभ समाजसेवी, मुन्नी बाई एवं आकाश, आलोक, आशीष और अनुराग गंगवाल सिलचर, आसाम परिवार द्वारा ध्वजारोहण कर किया गया। जिसके पश्चात मंगलाचरण, श्रीपाल भागचंद चूड़ीवाल परिवार आसाम द्वारा चित्र अनावरण, श्रीमती शोभा देवी, सुनील, पदम और सुदीप अग्रवाल (गिर्राज अग्रवाल परिवार) दीप प्रज्वलन कर चातुर्मास स्थापना समारोह की विधिवत शुरुवात की गई।
मंदिर समिति कोषाध्यक्ष राजकुमार सेठी ने बताया कि आर्यिका संघ के चातुर्मास स्थापना से पूर्व समाजसेवी हेमंत, पुष्पा सौगानी, अनिल जैन धुंवा वाले, धर्मचंद पहाड़िया, अनिल बाकलीवाल परिवार द्वारा पाद प्रक्षालन अशोक, उषा बाकलीवाल परिवार, दुर्गापुरा द्वारा शास्त्र भेंट एवं 11 श्रेष्ठी परिवारों द्वारा वस्त्र भेंट किये गए। इसके उपरांत विभिन्न समाज बन्धुओ द्वारा सभा को संबोधित किया गया। जिसके उपरांत सकल दिगम्बर जैन समाज, श्याम नगर द्वारा आर्यिका संघ को संकल्प स्वरूप चातुर्मास के लिए श्रीफल भेंट किया गया। इसके बाद गणिनी आर्यिका गौरवमती माताजी ने आशीर्वाद स्वरूप श्याम नगर जैन समाज को आशीर्वाद देते हुए चातुर्मास की घोषणा की और अपने आशीर्वचन देकर चातुर्मास के मंगल कलशों की स्थापना की।
इस दौरान मानसरोवर, जनकपुरी, ज्योति नगर, मंगल विहार, विवेक विहार, राधा विहार, झोटवाड़ा, जौहरी बाजार, सी-स्किम सहित विभिन्न कॉलोनियों से समाज बन्धु सम्मिलित हुए। कार्यक्रम के दौरान राजस्थान जैन सभा पूर्व अध्यक्ष कामलबाबू जैन, पदमपुरा कमेटी संरक्षक ज्ञानचंद झांझरी, सुरेश सबलावत, राजकुमार कोठयारी, जेके जैन कोटा, राजकुमार पाटनी, श्याम नगर अध्यक्ष निहालचंद पांड्या, जनकपुरी अध्यक्ष पदमचंद बिलाला, राजेन्द्र बड़जात्या, प्रवीण बड़जात्या, अजित पाटनी, राकेश जैन, आशीष जैन चेतु, आशीष गोधा, मनोज जैन, राजेश जैन, राजेश सेठी, सतीश कासलीवाल सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटे।
*हिंसा से बचने और भक्त को भगवान से जोड़ने का पर्व है चातुर्मास – गणिनी आर्यिका गौरवमती*
गणिनी आर्यिका गौरवमती माताजी ने चातुर्मास कलश स्थापना समारोह के दौरान उपस्थित श्रद्धालुओ को संबोधित करते हुए कहा कि ” चातुर्मास का पर्व केवल हिंसा से बचने का पर्व नही होता बल्कि इस पर्व में सरलता के साथ भक्त को भगवान के साथ जोड़ा जा सकता है। ” चातुर्मास के दौरान चार महीनों तक बरसात रहती है, इस बरसात में अनगिनत ना दिखने वाले जीव उतपन्न हो जाते है और साधु विहार करते है तो ऐसे जीव पैरों से दब जाते है जिससे हिंसा होती है। इसलिए साधु इन चार महीनों तक एक स्थान पर विराजमान रहकर धर्म प्रभावना करते है।
*गुरुपूर्णिमा पर्व आज, श्रद्धालु करेंगे गुरु पूजन*
अखिल भारतीय दिगम्बर जैन युवा एकता संघ अध्यक्ष अभिषेक जैन बिट्टू ने बताया कि बुधवार को गुरुपूर्णिमा महोत्सव मनाया जाएगा और श्रद्धालु एकत्रित हो गुरुपूजन करेंगे। इस दौरान श्याम नगर के आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में श्याम नगर जैन समाज और गुरुमां सुपार्श्व-गौरव भक्त मंडल परिवार के सदस्यों द्वारा गणिनी आर्यिका गौरवमती माताजी का पूजन किया जाएगा। वही अजमेर रोड़ स्थित दहमीकलां के आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा आचार्य नवीननंदी महाराज का पूजन किया जाएगा। इस दौरान आचार्य श्री के चातुर्मास मंगल कलशों की स्थापना भी होगी। जिसमें मानसरोवर, प्रताप नगर, कीर्ति नगर, बगरू आदि स्थानों से श्रद्धालु उमड़ेंगे।