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बीकानेर,पूर्व गृह राज्यमंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल ने प्रबुद्ध जनों और प्रतिभाओं का आह्वान किया है कि वे पाश्चात्य संस्कृति के अंधानुकरण से युवा पीढ़ी को बचाकर भारतीय संस्कृति से जोड़े रखने के लिए पहल करें। उन्होंने कहा कि युवाओं में राष्ट्रबोध जाग्रत करने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे।
बेनीवाल ने स्व.भीम सेन चौधरी स्मृति संस्था द्वारा आयोजित प्रबुद्धजन अलंकरण समारोह- नापासर में राजीव गांधी स्टेडियम में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संस्कृति वास्तव में समाज के सूक्ष्म संस्कार हैं जो अतीत और भविष्य के बीच सेतु का कार्य करती है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति केवल अपने लिए नहीं बल्कि सभी की कल्याण की सोच रखकर जीवन जीने की प्रेरणा देती है। इसीलिए भारतीय संस्कृति विश्व संस्कृति की जननी कही जाती है।
इस मौके पर रेलवे बोर्ड के पूर्व सचिव आर सी जाट ने कहा कि प्रतिभा स्वतः स्फूर्त होती है। वह किसी बाधा, कठिनाई से कुंठित नहीं होती और क्षेत्र, समाज और भौगोलिक सीमाओं से परे जाकर अपना स्थान बनाती हैं। उन्होंने सम्मानित प्रतिभाओं को बधाई देते हुए कहा कि जिस समाज में प्रतिभाओं का सम्मान होता है, वहां सकारात्मक कार्यों को करने के लिए बड़े स्तर पर वातावरण तैयार होता है। इस मौके पर पंचायत समिति अध्यक्ष लाल चंद आसोपा ने कहा कि स्व श्री भीमसेन चौधरी के द्वारा किए विकास कार्यों के कारण जिले को काफी बदलाव हुआ उनके किए कार्यों को भुलाया नही जा सकता उनकी याद को बनाए रखने के लिए जो प्रबुद्ध सम्मान किया वह उल्लेखनीय हे इस मौके पर संयुक्त निदेशक डॉक्टर देवेंद्र चौधरी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एम अबरार पंवार, सामाजिक कार्यकर्ता शिव दान मेघवाल, डूंगर कॉलेज छात्र संघ अध्यक्ष हरी राम मेघवाल,सरपंच सरला देवी तावणीय, पंचायत समिति सदस्य धर्म चंद चौधरी, युवक कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष शिव लाल गोदारा,राम निवास कुकना,देव कृष्ण सारस्वत,किशन लाल सोनी, महंत मोहन नाथ,संत रामपाल जी, रति राम सारस्वत, सहित अनेक लोगो ने विचार रखे
कोराना के विपदा के समय कार्य करने वालो के अलावा विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान करने वाली विभूतियों को सम्मानित किया। कार्यकर्म का संचालन हेमन्त उज्ज्वल ने किया

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