बीकानेर, ऊर्जा मंत्री श्री भंवर सिंह भाटी ने रविवार को राजकीय डूंगर महाविद्यालय में नवर्निमित जल मंदिर का उद्घाटन किया। इसका निर्माण सुशीला केशव सेवा संस्था के डॉ. के.डी. शर्मा के सहयोग से किया गया है।
इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री ने कहा कि संस्था द्वारा बेहद सराहनीय कार्य किया गया है। इससे बड़ी संख्या में लोगों को ठंडा और शुद्ध पेयजल मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास दूसरों के लिए प्रेरणादाई होते हैं। उन्होंने कहा कि डूंगर महाविद्यालय का इतिहास स्वर्णिम रहा है। यहां के पूर्व विद्यार्थियों ने देश और दुनिया में महाविद्यालय को विशिष्ट पहचान दिलाई है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय एक परिवार की तरह है और हम सभी इस परिवार के सदस्य हैं। इस नाते यहां सभी सुविधाएं मुहैया करवाने में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।
भाटी ने महाविद्यालय में सिंगल यूज प्लास्टिक के विरूद्ध जनजागरुकता के लिए चलाए जा रहे अभियान को सराहा तथा कहा कि सतत प्रयासों से महाविद्यालय परिसर का रूप निखरा है। यहां और अधिक पौधे लगाए जाएं, जिससे यह ग्रीन कैम्पस के रूप मे विकसित हो सके। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय सरकार की उम्मीदों पर खरा उतरा और लगातार तीन वर्ष पीटीईटी का सफलतापूर्वक आयोजन करवाया। उन्होंने कोविड काल में शिक्षकों द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में शिक्षा और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। सरकार के वर्तमान कार्यकाल में संभाग में 22 तथा जिले में 10 नए महाविद्यालय प्रारम्भ हुए हैं। नए संकाय भी खोेले गए हैं। इसी प्रकार प्रत्येक ग्राम पंचायत के सैकण्डरी स्कूलों को उच्च माध्यमिक के रूप में क्रमोन्नत कर दिया है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में खुले महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के सुखद परिणाम निकट भविष्य में देखने को मिलेंगे।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जी.पी. सिंह ने बताया कि प्रवेश द्वार पर जल मंदिर की आवश्यकता लम्बे समय से महसूस की जा रही थी। यह बन जाने से दूरदराज के विद्यार्थियों, अभिभावकों और राहगिरों को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने महाविद्यालय की विभिन्न गतिविधियों के बारे में बताया।
कॉलेज एलुमनाई समिति की अध्यक्ष एवं पूर्व प्राचार्य डॉ. कृष्णा तोमर ने पिछले वर्षों में एलुमनाई समिति द्वारा महाविद्यालय के विकास के लिए करवाए गए कार्यों के बारे में बताया। डॉ. प्रकाश आचार्य ने एलुमनाई समिति का लेखा जोखा प्रस्तुत किया।
पूर्व प्राचार्य डूंगर कॉलेज प्रो. के.डी.शर्मा ने कहा कि कॉलेज में संस्था द्वारा विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। उन्होंने महाविद्यालय से जुड़े अपने अनुभव साझा किए।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ. राजेन्द्र पुरोहित ने कॉलेज में हो रहे विकास कार्याे के बारे में बताया। कॉलेज शिक्षा के सहायक निदेशक डॉ. राकेश हर्ष ने आभार जताया।
इस अवसर पर डॉ. इन्द्र सिंह राजपुरोहित, डॉ. बिट्ठल बिस्सा, मोखराम, भंवानी रंगा, सुशील पंचारिया, विधि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. भगवाना राम विश्नोई, डॉ. जयभारत सिंह, डॉ. दिग्विजय सिंह, डॉ. सुरेन्द्र पाल मेघ, डॉ. विक्रमजीत, डॉ. एम.डी.शर्मा, डॉ. विपिन सैनी, श्रीकिशन गोदारा, सुशील केशव संस्था के ओमप्रकाश घारू, डॉ. अजय कपूर, सुमित कोचर, जिला परिषद सदस्य मदन मेघवाल, हरिनारायण खत्री, लीलाधर खत्री, सौरभ शर्मा सहित संकाय सदस्य एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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