बीकानेर,सट्टेबाजी का हॅब बने बीकानेर में इन दिनों विधानसभा चुनावों पर करोड़ों का सट्टा लग रहा है। जानकारी के अनुसार शहर में चुनावी सट्टे की कमान फिलहाल चार बड़े सट्टझेोरियों ने संभाल रखी है, जो ऑनलाईन सट्टेबाजी के जरिये करोड़ो के खाईवाली और लगाईवाली कर रहे है। वैसे तो चुनावी सट्टेबाजी में फलौदी का चुनावी सट्टा बाजार सुर्खियों में मगर हकीकत यह है कि बीकानेर में फलौदी से दुगुना चुनावी सट्टा चल रहा है। मजे कि बात तो यह है कि पुलिस और निर्वाचन विभाग के अफसरों को बड़े पैमाने पर चल रहे चुनावी सट्टेबाजी की जानकारी होने के बावजूद वह अंकुश लगाने में नाकाम बने हुए है। सट्टा जगत से सूत्रों के अनुसार बीकानेर के चुनावी सट्टा बाजार में महज पन्द्रह दिन के अंतराल में पांच सौ करोड़ से ज्यादा का सट्टा लग चुका है। हैरान कर देने वाली खबर तो यह सामने आई है। कि चुनावी मैदान में उतरे कई बड़ी पार्टियों के उम्मीदवार और उनके समर्थक भी करोड़ो के दाव लगा रहे है। जानकारी में रहे कि विधानसभा चुनाव में महज नो दिन बाकी हैं, दसवें दिन मतदान होना है। इस दिन प्रत्याशियों के भाग्य ईवीएम में कैद हो जाएंगे। 3 दिसंबर को तय हो जाएगा कि राजस्थान किसका। ऐसे में बीकानेर के सट्टा बाजार का माहौल और गरमा गया है। सट्टा बाजार में फिलहाल कांग्रेस और बीजेपी दोनों के भाव ऊपर-नीचे हो रहे हैं। पता चला है कि दस दिन पहले तक सट्टा बाजार राजस्थान में बीजेपी को 120 से ज्यादा सीटें दे रहा था वहीं अब सीटें कम होने की चर्चाओं के बीच सट्टा लग रहा है। सट्टा बाजार से जुड़े सूत्रों मुताबिक अब बीजेपी को 110 सीटें
सट्टा बाजार ने पखवाड़ेभर पहले ही प्रदेश की दोनों तक मिलने की संभावना जताई जा रही है। वहीं प्रमुख पार्टियों के भाव जारी कर दिए है। हालांकि
कांग्रेस को 70 सीटें मिलने का अनुमान जताया जा रहा है। अब बीजेपी पर 20-25 पैसे का भाव लगाया जा रहा है। वहीं कांग्रेस के लिए भाव ढाई से तीन रुपए चल रहा है। जानकारी में रहे कि बाजार जीतती हुई पार्टी पर भाव कम और हारती हुई पार्टी का भाव ज्यादा होता है। ऐसे में वोटिंग नो दिन पहले बीजेपी की सीटें भले ही थोड़ी होती हुई दिख रही हैं फिर भी जीतने की संभावना प्रबल बताई जा रही है।
सट्टा जगत में बड़ा है बीकानेर का नाम
सूत्रों की माने तो सट्टा बाजार में बीकानेर का बड़ा नाम है। यहां के सटोरिये देश ही नहीं बल्कि की राजनीतिक, खेल की गतिविधियां और बारिश जैसे अनुमान पर अपनी नजर रखते हैं। यहां ऐसे मामलों पर सट्टा लगता है। माना जाता है कि यहां का आंकलन बिल्कुल सटीक होता है। हालांकि चुनावी सट्टेबाजी में फलौदी का नाम ज्यादा सुर्खियों में रहता है मगर बीकानेर का सट्टा बाजार देश और दुनिया में अपना अलग स्थान रखता है।
पखवाड़े भर पहले ही जारी कर दिये भाव
इस आंकलन को देख कर भाजपा भले ही ऊपरी तौर पर खुशी जाहिर नहीं करें, लेकिन भीतरी तौर पर पार्टी उम्मीदवारों में कमाल की स्फूर्ति जाग गई सट्टा है। वहीं कांग्रेसी खेमे में मायूसी साफतौर पर झलक रही है। वहीं सियासी जानकारों की मानें तो अभी से सट्टा बाजार केवल कांग्रेस और भाजपा की सीटों कम को लेकर ही अपना आंकलन रख रहा है, लेकिन आने वाले दिनों में विधानसभा वार क्या गणित रहने वाला है, उस पर भी सट्टा लगेगा। इसके अलावा किस लीडर की लीडरशिप में कौन सी पार्टी कितनी सीटें हासिल कर सकती है और मुख्यमंत्री पद का सबसे मजबूत दावेदार कौन दुनिया होगा? इस बात को लेकर भी बड़े पैमाने पर सट्टा लगेगा। सट्टा बाजार के जानकार मान रहे हैं कि इस बार राजस्थान विधानसभा के चुनाव पर बीकानेर के सट्टा बाजार में 1000 करोड़ से ज्यादा का सट्टा लगने का अनुमान है।
हवाला के जरिये होता है लेन देन
सट्टा जगत से सूत्रों के अनुसार बीकानेर में करोड़ों की सट्टेबाजी का सारा लेन देन ऑनलाईन नहीं बल्कि हवाला के जरिये होता है। खास बात तो यह सामने आई है कि ज्यादात्तर कमोडिटी कारोबार से जुड़े हवाला माफियाओं ने ही चुनावी सट्टेबाजी की कमान संभाल रखी है।