बीकानेर,कोरोना काल के बाद बीकानेर में इस बार ईद का हर्षोल्लास देखने को मिल रह है। हांलाकि कानून बंदोबस्त की नजर से प्रदेश के इतिहास में यह साल सबसे खराब रहा है।लेकिन उन सभी कड़वे अनुभवों को भुलाकर अब ईद उल्लास शुरु हो गया है। बकरीद के मौके पर आज दो साल के बाद शहरों में नमाज पढ़ने के लिए नमाजी आए हैं। कोरोना और अन्य कारणों के चलते दो साल तक नमाज की सामूहिक अनुमति नहीं दी गई थीं। दो साल तक मुस्लिम समाज ने घरों से ही ईद की नजाम अता की थी। नयाशहर स्थित ईदगाह में नायब शहर काजी शाहनवाज हुसैन नमाज अदा करवाई। सामूहिक नमाज के दौरान देश में अमन, चैन, शांति और भाईचारे के लिए दुआएं की गयी। इसके अलावा शहर की अन्य सभी छोटी-बड़ी मस्जिदों में बड़ी संख्या में लोगों ने पहुंच नमाज अदा करने ईदगाह पर सवेरे छह बजे से ही नमाजी आना शुरु हो गए थ। सवेरे करीब साढ़े आठ बजे नमाज शुरु की गई, खुदा की बारगाह में एक साथ इतने सिर झुके कि उनकी फोटो लेने के लिए कैमरे का फोकस तक छोटा रहा गया। ईदगाज की नमाज में बड़ी संख्या में नमाजी शामिल हुए। ईदगाह के अलावा नमाज अदा की। इस मौके पर डॉ अम्बेडकर पीठ के महानिदेशक मदन गोपाल मेघवाल,पूर्व न्यास अध्यक्ष हाजी मकसूद अहमद,अनवर अजमेरी सहित गणमान्यजनों ने उपस्थित सभी लोगों ने एक-दूसरे से गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी। साथ ही पूरे क्षेत्र में पुलिस बल तैनातगी के साथ ड्रोन से भी निगरानी रखी गई।
जयपुर में जामा मस्जिद समेत तीन अन्य जगहों पर बड़ी नमाज अता की जाती रही है।उदयपुर में सड़कों पर भारी पुलिस, 50 से ज्यादा जगहों पर हुई नमाज उदयपुर में हाल ही कन्हैया लाल मर्डर केस के बाद से जो माहौल है, वह अभी भी पूरी तरह से सही नहीं हुआ है। इस बीच आज नमाज के मौके पर शहर की लगभग पचास से ज्यादा मस्जिदों पर सर्शत नमाज की अनुमति दी गई। नमाज के दौरान बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात रहें। आईजी उदयपुर प्रफुल्ल कुमार ने बताया कि करीब बीस मजिस्ट्रेड तैनात किए गए हैं। जोधपुर, करौली और भीलवाड़ा में भी नमाज की अनुमति दी गई है। अच्छी बात ये रही कि किसी भी जिले से नमाज के दौरान किसी तरह की अप्रिय घटना देखने को नहीं मिली है।