जयपुर। कोरोना महामारी की वजह से इस बार हज यात्रा पर जाने वाले लोगों को इस बार ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे। यह राशि 75 हजार रुपए से एक लाख रुपए तक होगी। इसके पीछे हज कमेटी आॅफ इंिडया ने नई हज फीस, वैट और सेहत के बीमा का जिक्र किया है। वहीं, कोविड की वजह से भी कुछ फीस बढ़ाई गई है। साथ ही सउदी अरब में पहुंचने के बाद रियाल को भी बढ़ाया गया है। अब 2500 रियाल प्रति व्यक्ति तक मिल सकेंगे।
हालांकि, अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि यात्रा कब से शुरू होगी और राज्य से कितने लोग हज यात्रा के लिए जाएंगे। यही वजह है कि दो वर्ष से यात्रा का इंतजार कर रहे लोगों के लिए अभी भी असमंजस में हैं। अभी तक सउदी अरब सरकार ने कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है। हालांकि, भारत सरकार ने एक नवम्बर से हज यात्रा के लिए आवेदन लेना शुरू कर दिया है। 31 जनवरी तक आवेदन कर सकेंगे।
हज कमेटी आॅफ इंडिया की गाइडलाइन पर गौर करें तो उसमें साफ लिखा है कि सउदी सरकार से मंजूरी के बाद ही अंतिम निर्देश जारी किए जाएंगे। साथ ही यह भी लिखा है कि कोरोना की वजह से हज यात्रा को निरस्त भी किया जा सकता है। इतना ही नहीं, 15 वर्ष बाद राज्य भर से हज यात्रा पर जाने वाले यात्रियों दिल्ली से फ्लाइट मिलेगी। 2005 से हज के लिए जयपुर एयरपोर्ट से ही फ्लाइट जाती हैं।
हज के लिए यात्रा और खर्चा किया तय
2019 में— 2.36 लाख रुपए से 3.22 लाख रुपए निर्धारित किए गए थे।
2022 में— 3.35 लाख रुपए से 4.07 लाख रुपए निर्धारित किए गए हैं।
—2020 और 2021 में कोरोना की वजह से हज यात्रा नहीं हुई। हालांकि, उस समय कोरोना की वजह से एक सीट छोड़कर यात्रियों को बैठाने की व्यवस्था की गई थी। 2020 में खर्चा 2.5 लाख से 3.5 लाख और 2021 में 3.30 लाख से चार लाख रुपए खर्चा था।
—इसी में से 2500 रियाल (सउदी अरब की मुद्रा) सउदी में सरकार खर्चे के लिए देगी।
यात्रियों पर अनावश्यक भार
कोरोना महामारी की वजह से 65 वर्ष के अधिक और गर्भवती महिलाओं को हज यात्रा की अनुमति नहीं दी गई है। साथ ही यात्रा भी महंगी हो गई है। यह अनावश्यक भार है। क्वारंटीन अवधि के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।
—शकीलउद्दीन खान, संगठन सचिव, पिंक सिटी हज एंड वेलफेयर सोसाइटी