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बीकानेर,शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने कहा है कि तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों पर लगी रोक हटने के बाद ही उनके तबादले किए जाएंगे. कल्ला ने गुरुवार को बीकानेर में कहा कि इन तबादलों की गाइडलाइन सरकार को भेजी गई है.

राजस्थान के शिक्षा विभाग में तबादलों पर 15 जनवरी से ही रोक लगी हुई है. राजस्थान में इसी साल चुनाव होने हैं, ऐसे में आचार संहिता लागू होते ही तबादलों पर रोक लग जाएगी. इसे देखते हुए तृतीय श्रेणी के शिक्षक अभी तबादले करने की मांग कर रहे हैं. राजस्थान में पिछले चार साल से तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले नहीं हैं.सरकार की भी कोशिश चुनाव में जाने से पहले इस काम को कर देने की है.

क्या कहती है गाइडलाइन

निदेशालय ने तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले के लिए 21 सूत्रीय गाइडलाइन बनाई है. यह प्रस्ताव अभी सरकार के पास है. इन तबादलों में मंत्री-विधायकों की डिजायर के अलावा गाइडलाइन के 21 बिंदुओं को पूरा करने वाले शिक्षकों को ही प्राथमिकता मिलेगी. सूत्रों के मुताबिक जून में तबादलों से रोक हटने के साथ शिक्षकों से आवेदन मांगे जाएंगे. जिला बदलने के लिए वर्तमान जिले में पांच साल की नौकरी अनिवार्य होगी. इसके साथ ही तीन साल के रिजल्ट को भी देखा जाएगा. खराब परीक्षा परिणाम वाले शिक्षकों को तबादले में मौका नहीं मिलेगा. जिन स्कूलों ने लगातार तीन साल तक 5वीं और 8वीं के लिए 5 स्टार रेटिंग हासिल की है. इस पूर्व अवधि में इन स्कूलों में लेवल-1 व 2 को उनके पसंद की जगह पर ट्रांसफर में प्राथमिकता दी जाएगी.

कबसे नहीं हुए हैं तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले

वहीं पूरी तरह से दिव्यांग शिक्षक, गंभीर रूप से बीमार शिक्षक, गभीर बीमार पति, पत्नी और आश्रित बच्चे जिन्हें मेडिकल सहायता की विशेष आवश्यकता है, उनको भी प्राथमिकता मिलेगी. वहीं विधवा, परित्यकता, वर्तमान में सेवारत सैनिकों को पत्नियों को भी वरीयता दी जाएगी. निदेशालय की गाइडलाइन लेवल-1, लेवल-2, प्रबोधक, पीटीआई, लाइब्रेरियन सहित ग्रेड थर्ड प्रयोगशाला सहायक पर लागू होगी. साल 2018 के बाद तृतिय श्रेणी शिक्षकों के तबादले नहीं हुए हैं. राजस्थान में करीब 10 लाख राज्य कर्मचारी हैं. इनमें लगभग 3.5 लाख स्कूल शिक्षक हैं.इनमें ग्रेड थर्ड शिक्षकों की संख्या करीब सवा दो लाख है.

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