बीकानेर,शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने सोमवार को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सादुलगंज में दो कक्षों एवं जल मंदिर का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य किए जा रहे हैं तथा स्कूलों में सभी आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इसमें भामाशाहों का सहयोग भी सराहनीय है। दानदाताओं का यह सहयोग दूसरों के लिए प्रेरणादाई है।उन्होंने कहा कि शिक्षा जीवन का आधार है तथा प्रत्येक बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले, सरकार इसके लिए संकल्पबद्ध है। राज्य सरकार द्वारा इस दिशा में अनेक निर्णय लिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा विद्यार्थियों के हित में बजट घोषणा 2022 में हजारों माध्यमिक विद्यालयों को उच्च माध्यमिक में क्रमोन्नत किया है। जिले में भी नए स्कूल और इन स्कूलों में आवश्यकता के अनुसार नए संकाय खोले जा रहे हैं। इस अवसर पर डॉ कल्ला ने विद्यालय के विद्यार्थियों से संवाद किया तथा उन्हें शिक्षा के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने विद्यार्थियों से गणित आधारित प्रश्न भी पूछे। शिक्षा मंत्री ने कहा कि विद्यार्थी जंक फूड से दूर रहें तथा संयमित दिनचर्या अपनाएं।
अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी (माशि) सुनील बोड़ा ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में शिक्षा से वंचित बच्चों के लिए राज्य सरकार द्वारा ब्रिज कोर्स तैयार किया गया है। उन्होंने राज्य सरकार की बालगोपाल योजना के बारे में बताया। विद्यालय के प्रधानाचार्य दिनेश कुमार आचार्य ने विद्यालय की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर भामाशाह अंकित मित्तल, आशा भाटिया, निशिता सुराणा, रामा देवी, सुशीला पुरोहित को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में पार्षद मनोज कुमार, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी (प्राशि) भंवर लाल शर्मा, रमेश अग्रवाल, वल्लभ कोचर, भूराराम भादू, सरिता पिंजानी, शांति आचार्य, राजेंद्र व्यास, गोविंद कुमार जोशी, मीनाक्षी खत्री, भावना माकड़ तथा विद्यालय का समस्त स्टाफ मौजूद रहा। कार्यक्रम का संचालन ज्योति प्रकाश रंगा ने किया।
*विकास कार्यों में इनका रहा सहयोग*
विद्यालय में करवाए गए विकास कार्यों में बीकानेर राउंड टेबल इंडिया संस्था द्वारा दो कमरे बनवाए गए हैं। वहीं आशा भाटिया, प्रधानाचार्य दिनेश कुमार आचार्य, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सादुल गंज के समस्त स्टाफ, सेवानिवृत्त अध्यापिका रामा देवी एवं सुशीला पुरोहित, शांता शर्मा, मस्ताना मंडल बीकानेर, रोटरी क्लब बीकानेर आध्या के सहयोग से लगभग 2 लाख रूपए की लागत से जल मंदिर बनवाया गया है।