बीकानेर,आज बड़े कब्रिस्तान इलाही बाड़ा में ट्यूबेल का शुभारंभ काबीना मंत्री डॉ बी ड़ी कल्ला के द्वारा किया गया। शुभारंभ के बाद मुस्लिम समुदाय द्वारा काबीना मंत्री का शॉल एंव सांफ़ा पहनाकर सम्मान करते हुवे आभार व्यक्त किया गया।
पूर्व न्यास अध्यक्ष हाजी मकसूद अहमद ने बताया कि स्थानीय विधायक एंव शिक्षा मंत्री ने अकलियत समुदाय की मांग पर इस भीषण गर्मी एंव माहे रमजान से पूर्व बड़े कब्रिस्तान में नए ट्यूबेल का बटन दबाकर शुभारंभ किया, इस ट्यूबेल से कब्रिस्तान में आ रही काफी समस्याओं से निजाद मिलेगी। इसके अलावा हमनें कई सरकारी विद्यालयों में उर्दू विषय आरम्भ करने सहित कई जायज़ मांगे भी मंत्री के समक्ष रखी है। आज समाज द्वारा पीएचडी विभाग Axn नफीस अहमद का भी शॉल एंव सांफ़ा पहनाकर स्वागत किया।
मुख्य अतिथि डॉ बी ड़ी कल्ला ने कहा कि मैने सदैव शहर के विकास के लिए करोड़ो रूपये लगाए है एंव 36 कौमों के लिए सदैव उनके साथ खड़ा रहा हूँ। जल का जीवन मे काफी महत्व है हमने शहर में काफी नई टंकिया बनाई है एंव कई टँकीया प्रस्तावित है। प्रदेश की गहलोत सरकार ने काफी जनकल्याणकारी बजट पेश किया है एंव जनता के हित मे कार्य कर दिखाया है। नगर निगम में भाजपा का बोर्ड होने की वजह से शहर की सफाई व्यवस्था लड़खड़ाई पड़ी है।
इनके अलावा मंचासीन अब्दुल मजीद खोखर, गुलाम मुस्तुफा, हारून राठौड़, साजिद सुलेमानी, जावेद पड़िहार ने भी अपने अपने विचार व्यक्त करते हुवे आभार जताया।
कार्यक्रम का संचालन फ़िरोज भाटी ने किया एंव अंत मे हाजी नसीम अहमद ने धन्यवाद ज्ञापित किया ।
आज इस धन्यवाद कार्यक्रम में इनके अलावा एड. मोलाबक्स, माशूक अहमद, पार्षद रमजान कच्छावा, जावेद खान, ताहिर हसन, अब्दुल सत्तार कोहरी, वसीम फ़िरोज अब्बासी, मुजीब खिलजी, यूनुस अली, असलम खान सहित जाकिर नागोरी, हसन गौरी, रहमत अली, अनवर उस्ता, सईद अब्बासी, मिर्जा हैदर बैग, अमजद अब्बासी, नूरदीन कायमखानी, एन डी कादरी, एड असलम खान, मंजूर कलाकार, पूर्व सरपंच मुमताज़ अली लाड़, अजीज सुलेमानी, मो. हनीफ ठेकेदार, जाकिर खटीक, मो. फारूक चौहान, सैय्यद रईस अली, शब्बीर हसन, हकीम भाटी, साजिद गौरी, एड. महबूब पठान, मो. अली सुलेमानी, सलीम मुगल, रहमत अली, पार्षद प्रफ्फुल हटीला, सलीम भुटटो, सुल्तान खान, रमजान अत्तारी, नासिर जैदी, एड. ईशाक अली, रिजवान गौरी, लालजी ठेकेदार, अख्तर अली, ताजुदीन उस्ता, शहजाद अली कादरी, कय्यूम गौरी, मो. फारूक चौहान आदि सेकड़ो मुस्लिम समाज के लोग मौजूद रहे।