जयपुर, प्रदेश में दीनी और दुनियावी तालीम को बढ़ावा देने के लिए मदरसों में कई बदलाव देखने को मिलेंगे। इसके साथ ही बच्चों के शिक्षा के स्तर में इससे सुधार होगा। राजस्थान में अब मदरसा पैराटीचर्स को शिक्षा अनुदेशक बनाया जाएगा। इसके साथ ही जहां पहले राजस्थान मदरसा बोर्ड से पंजीकृत मदरसों में कार्यरत मदरसा पैराटीचर्स को न्यूनतम मानदेय के रूप में 11,539 दिए जाते थे वहीं अब 16900 रुपए प्रतिमाह दिए जाएंगे।
राजस्थान मदरसा बोर्ड अध्यक्ष एम.डी चोपदार ने बताया कि राजस्थान मदरसा बोर्ड के पैराटीचर्स को संविदा रूल्स 2022 के अन्तर्गत शिक्षा अनुदेशक की अधिसूचना जारी जारी गई है।अल्पसंख्यक मामलात् विभाग के शासन सचिव कृष्ण कुणालख, राजस्थान मदरसा बोर्ड के सचिव सैयद मुकर्रम शाह ने बताया कि लगातार मदरसों में बच्चों की संख्या बढ़ रही है। मदरसा पैराटीचर्स अध्यक्ष आजम खान पठान ने फैसले की सराहना की।
कुल 3500 मदरसें पंजीकृत
गौरतलब है कि राजस्थान में करीब 3500 मदरसे हैं। जिनमें 5656 मदरसा पैराटीचर दो लाख से अधिक बच्चे तालीम ले रहे हैं। मुख्यमंत्री मदरसा आधुनिकीकरण योजना के जरिए 500 स्मार्ट क्लासें भी शुरू कर रखी हैं। मदरसों पर किसी दिन विशेष पर नहीं बल्कि वर्षभर तिरंगा लहराए, इसकी कवायद भी विभाग की ओर से की जा रही है। साथ ही मदरसे का नाम, मदरसे को संचालित करने वाली संस्था का नाम और यहां कब से पठन-पाठन हो रहा है, इसका भी ब्योरा लिया गया है। ताकि ज्यादा आवाजाही जगहों वाले मदरसों में बच्चों को फायदा मिल सके।