बीकानेर,संभाग का सबसे बड़ा जिला है और नगर निगम के दायरे में आता हैं,अब तो नगर विकास न्यास को भी नगर प्राधिकरण बना दिया गया हैं,लेकिन बीकानेर की सरकारी इमारतों भवनों और सड़कों की स्थिति बद से बदतर होती जा रही हैं। पुराना कचहरी परिसर भवन की छत्ते तो पहले ही बरसात में रिस रही थी अब तो आलम यह है की इससे कलेक्टर कार्यालय तक अछूता नहीं रहा।
कल शाम से चल रही बरसात ने आज कलेक्टर कार्यालय की भी पोल खोल दी। आज जिला स्तरीय जन सुनवाई के दौरान कलेक्टर सभागार के बाहर बरामदे की छत से लगातार पानी चूं (रिस) रहा था और छत का प्लास्टर तक नीचे गिर रहा था।
जन सुनवाई में आए लोगो को बच बच के इधर उधर कोनो में दीवारों के सहारे बैठने को मजबूर होना पड़ रहा था बीकानेर सिटीजन एसोशिएसन के एडवोकेट हनुमान शर्मा जब जन सुनवाई में अपने परिवाद लेकर पहुंचे तो उनको वहां कलेक्टर बरामदे की छत से पानी रिसता हुआ दिखा जिसे उन्होंने कैमरे में कैद कर लिया।
एडवोकेट शर्मा ने बताया की जब जिला प्रशासन के भवनों की यह हालत है,वहां सुधार नहीं हो रहा तो आमजन की समस्याओं का क्या सुधार होगा।