बीकानेर। शहर जिला पुलिस अधीक्षक ने शहर मे होने वाले अपराधों के रोकथाम के लिए सभी थानाधिकारियों को कड़ी चेतावनी देकर यह आदेश दिये कि शहर के मुख्य मार्गों पर शाम होते ही नाकाबंदी होनी चाहिए लेकिन ऐसा नही हो रहा है। थानाधिकारी किसी एएसआई की डियूटी लगाकर स्वयं परिवार के साथ घूमने निकल जाते है और एएसआई पुलिस की जिप्सी लेकर मुख्य मार्ग पर खड़े हो जाते है और अपने स्टाफ के गप्पों में मश्गुल रहते है उनको कोई लेन-देेन नहीं है कि उनके पास कौन निकला है कौन नहीं वो किसी की भी चैगिंग नहीं करते है। जिस कारण अपराधी बैखोफ वारदात करके निकल जाते है। ऐसा ही नाजरा रविवार को देखने को मिला जहां गंगाशहर थाना क्षेत्र के शिववैली स्थित अमजेन ऑफिस में बदमाशों ने घूसकर कर्मचारियों के साथ मारपीट कर लाखों रुपये की लूट की वारदात को अंजमा दे दिया और मौके से फरार हो गये। अगर गंगाशहर थानाधिकारी एसपी के आदेश मान लेते तो बदमाश शहर से भाग नहीं सकते क्योंकि बदमाश नोखा रोड़ होते हुए भागे अगर आगे नाके पर नाकाबंदी के दौरान पुलिस अलर्ट होती और हर व्यक्ति की जांच करते तो लूटेरे पुलिस के हत्थे चढ़ जाते। जानकारी ऐसी मिली है कि लूट के समय थानाधिकारी अपने थाने में नहीं होकर परिवार के साथ मेले का आनंद ले रहे थे और उनके ही हल्के में बड़ी वारदात घटित हो गई। गंगाशहर थानाधिकारी राणीदान कई बार देखा गया अपने निजी कार्य में व्यस्त रहते है। जिसके कारण अपराध बढ़ता जा रहा है।
जब लूट हो गई तो रात को कई नाका पर खड़े पुलिस कर्मी रात बारह बजे हेलमेट का चालान काटकर अपनी खिज मिटा रहे थे।