जयपुर,प्रदेश में एक बार फिर कोरोना महामारी की आहट सुनाई दे रही है, केवल राजस्थान ही नही बल्कि दिल्ली, यूपी, महाराष्ट्र सहित विभिन्न राज्यों से भी बड़ी संख्या में कोरोना के मामले सामने आ रहे है, बुधवार को राजधानी जयपुर के एसएमएस स्कूल में 1 छात्र कोरोना संक्रमित पाए जाने से अभिभावकों में हड़कंप मचा हुए, बीते दिनों गाजियाबाद, नोएडा और दिल्ली के स्कूलो में बड़ी संख्या ने छात्र कोरोना संक्रमित पाए गए थे। संयुक्त अभिभावक संघ ने 15 अप्रेल को मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर स्कूलो, सार्वजनिक और राजनीतिक आयोजनों को लेकर सख्त एडवाइजरी जारी करने की मांग की थी, किन्तु राज्य सरकार ने कोरोना महामारी के बढ़ते मामलों पर बिल्कुल भी गंभीरता नही दर्शाई। अब जब बुधवार को राजधानी जयपुर के स्कूल में 1 छात्र सहित दो दर्जन से अधिक मामले सामने आए जिस पर संयुक्त अभिभावक संघ ने कहा कि ” राज्य सरकार और प्रशासन की लापरवाही अभिभावकों और प्रदेश के नागरिकों पर भारी पड़ सकती है। ” पिछले सात दिनों में संघ ने लगातार दूसरी बार राज्य सरकार से स्कूलों, सार्वजनिक, धार्मिक और राजनीतिक आयोजनों पर सख्ती बरतते हुए सख्त एडवाइजरी जारी करने की मांग की ”
प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा कि राज्य सरकार और प्रशासन कोरोना महामारी के मामलों पर बिल्कुल भी गंभीरता नही दिखा रहा है, आज पूरे प्रदेश में ना मास्क का उपयोग हो रहा है, ना सेनेटाइजर का इस्तेमाल किया जा रहा है और ना ही सोश्यल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है। अगर राज्य सरकार इस मामले में गंभीरता दिखती तो प्रदेश में कोरोना दुबारा सक्रिय नही होता। संयुक्त अभिभावक संघ कोरोना को लेकर सरकार, प्रशासन और नागरिकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होना चाहती है इसलिए बार-बार प्रदेश के नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चेता रही है। राज्य सरकार से प्रदेश के नागरिकों की स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर मांग करते है की कोरोना महामारी को लेकर बरती जा रही लापरवाहियों पर लगाम लगाई जाए और स्कूलों, सार्वजनिक, धार्मिक और राजनीतिक आयोजनों पर सख्त एडवाइजरी जारी किए जाए जिससे बढ़ते कोरोना के मामलों को रोकने के प्रयास किये जा सके। बढ़ते कोरोना के मामलों के मध्य नजर रखते हुए दिल्ली सरकार ने सख्ती बरतते हुए दिल्ली में मास्क की अनिर्वायता को पुनः लागू कर दिया है और मास्क ना लगाने पर 500 रु जुर्माना निर्धारित किया है साथ सोश्यल डिस्टेंसिंग सहित स्कूलों को लेकर भी सख्त एडवाइजरी जारी की है। राजस्थान सरकार से अपील है समय रहते हुए सख्ती बरतते हुए सख्त एडवाइजरी सभी के लिए जल्द से जल्द लागू करे अन्यथा लापरवाहियों के चलते प्रदेश में हालात बिगड़ने पर गंभीर परिस्थितियों के दौर से प्रदेश को गुजरना पड़ेगा जिसकी जिम्मेदारी और जवाबदेही राज्य सरकार की होगी।