बीकानेर,बीकानेर केन्द्रीय कारागार में पेशी से वापस लौटे बंदी के पास मादक पदार्थ व मोबाइल मिला है। बंदी के खिलाफ बीछवाल थाने में मामला दर्ज किया गया है। वहीं बंदी को पेशी पर ले गए पांच पुलिस कर्मचारियों की लापरवाही पर जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने उन्हें निलंबित कर दिया है। पांचों पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू की गई है। पुलिस मुख्यालय को भी रिपोर्ट भेजी गई है।
बीछवाल पुलिस के अनुसार हरियाणा के फतेहाबाद के भुना निवासी आकाश उर्फ रिंकु 32 पुत्र सुरेश कुमार वाल्मीकि बुधवार सुबह करीब साढ़े चार बजे बीकानेर केन्द्रीय कारागार पहुंचा था। यहां तलाशी के दौरान उसके पहने हुए सैंडिल के तलवे में 4.14 ग्राम एमडी, 18 ग्राम चरस एवं पैरों के तलवे में छोटा फोन छिपा रखा था, जिनसे टेप के माध्यम से चिपका रखा था। जेल में दाखिल करने से पहले पुलिस, आरएएसी और जेल सुरक्षाकर्मियों ने चेक किया तो बंदी की करतूत सामने आई। यह कार्रवाई आईपीएस सीओ सदर रमेश कुमार के नेतृत्व में की गई। बंदी के खिलाफ बीछवाल एसएचओ नरेश निर्वाण की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया गया है।
बंदी के खिलाफ मामला दर्ज कराया
बीकानेर केन्द्रीय कारागार के जेलर सूरज सोनी ने बताया कि बंदी आकाश उर्फ रिंकु को 19 मार्च को चालानी गार्ड के साथ हिसार पेशी पर ले जाया गया था। पुलिस लाइन से पांच पुलिसकर्मी उसे लेकर गए थे। 20 मार्च की सुबह साढ़े चार बजे पेश से वापस लौटने पर जेल में दाखिल किया जा रहा था। तब बंदी की चेकिंग की तो बड़ी हैरानी हुई। बंदी ने पैरों में पहने सैंडिल के तलवे में मादक पदार्थ और पैरों के तलवे में फोन छिपा रखा था। बंदी के खिलाफ बीछवाल थाने में मामला दर्ज कराया गया है।
ट्रेन में भीड़ थी, कौन दे गया पता नही नहीं
जेल के बंदी आकाश उर्फ रिंकु को पुलिस लाइन से चालानी गार्ड हवलदार बन्नाराम, सिपाही मुनेष कुमार, पवन कुमार, भवानीसिंह एवं दिलीप सिंह हिसार पेशी पर लेकर गए थे। बंदी वापस आया तो चेकिंग के दौरान उसके पास से मोबाइल व मादक पदार्थ मिला। उक्त मामले में पुलिसकर्मियों की गंभीर लापरवाही है। पुलिसकर्मियों से पूछताछ में पता चला कि वे बंदी को ट्रेन में लेकर आए थे। ट्रेन में भीड़ ज्यादा थी। बंदी को कौन मादक पदार्थ दे गया, पता ही नहीं चला।
गंभीर लापरवाही, पांच पुलिसकर्मी सस्पेंड
बंदी को पेशी पर ले गए पुलिसकर्मियों की गंभीर लापरवाही है। बंदी को कोई सामान ले गया और उन्हें पता तक नहीं है। पुलिस कर्मचारियों को लापरवाही के चलते सस्पेंड किया गया है, उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू की गई है। मुख्यालय को रिपोर्ट भिजवा दी गई है।
तेजस्वनी गौतम, पुलिस अधीक्षक