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बीकानेर। ण्क ओर तो जिला प्रशासन की ओर से संभाग स्तरीय नशा मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर जिले में नशे का कारोबार परवान पर है। जिले के खाजूवाला सीमावर्ती क्षेत्र को उड़ता पंजाब बनाने की नशे के तस्करों की कोशिशें चल रही है। ये नशे के सौदागर युवाओं नशे की लत में डालकर उन्हे नशे के प्रति आदी बना रहे है। बहुत कम उम्र के लड़के खतरनाक नशें करने लगे है और नशे का कारोबार किस प्रकार हैं फलता फूलता जा रहा है। इसका उदाहरण अब सरेआम देखने को सामने आने लगे है। ऐसा ही एक मामला खाजूवाला में सामने आया हैं। जहां पर कुछ युवकों ने मिलकर एक युवक को स्मैक (चिट्टा) पिला दिया। जिसकी वजह से उसकी तबीयत बिगड़ गई और उसे 17 केवाईडी के ही सुरेन्द्र सिंवर के द्वारा हॉस्पिटल पहुंचाया गया। जहां पर चिकित्सकों ने उपचार किया। पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन इस सम्बन्ध में किसी प्रकार की रिपोर्ट नहीं दी गई। बताया जा रहा है कि 17 केवाईडी निवासी 22 वर्षीय सोनू मेघवाल स्मैक (चिट्टा) पीने के बाद तड़प रहा था। बेहोश होने के बाद भी उसके मुंह से झाग निकल रहे थे। घर पर बूढ़े मां-बाप परेशान हुए तो ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधि को सूचना दी। फिर ग्राम पंचायत 17 केवाईडी के सुरेन्द्र सिंवर ने युवक को बेहोशी की हालत में रात को करीब 11:30 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खाजूवाला पहुंचाया। जहां चिकित्सक ने युवक का प्राथमिक उपचार किया। जिसपर उसे होश हा गया। वहीं सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। युवक ने पुलिस को सारी आपबीती बताई। वहीं बताया जा रहा है युवक को किसने स्मैक दी उनके बारे में भी पुलिस को जानकारी दी गई। घटना को दो दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस किसी द्वारा किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की। युवक सोनू ने पुलिस को बताया कि उसने कभी स्मैक का नशा नहीं किया। राजीव सर्किल पर उसे तीन युवकों ने मिलकर पहली बार स्मैक पिलाई जिससे मेरी तबियत बिगड़ गई। उन्होंने राजीव सर्किल चौराहे के पास पानी की प्याऊ के आगे गाड़ी रोक कर मुझे बुलाया और दो कारों में सवार युवकों ने मुझे 100 और 200 के नोट पर रखकर स्मैक पिलाई। तब मेरी तबीयत बिगडऩे लगी तो मौके से छोड़ कर फरार हो गए।

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