बीकानेर,लोढ़सर ,चूरू की रहने वाली सीमा ( बदला हुआ नाम ) एक साल से घबराहट एव सांस लेने में तकलीफ से परेशान थी । रोगी ने अलग अलग जगहों से उपचार के लिए डॉक्टरों से सलाह ली, तब उन्हे पता चला कि रोगी के दिल में छेद है, जिसके बाद उन्होंने डॉ तनवीर मालावत अस्पताल के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ सुरेंद्र पूनिया की सलाह ली ,उनके द्वारा करवाई गई जांचों में मरीज के दिल में 24 mm का छेद पाया गया ।
डॉ तनवीर मालावत अस्पताल के डॉ पूनिया ने दिल के छेद को बंद करने की नवीनतम तकनीक के बारे में बताया साथ ही मरीज की सहमति पर डॉ पूनिया के द्वारा बिना चीर-फाड़ एवं बिना बेहोश किए रोगी के हृदय के छेद को छतरी ( डिवाइस क्लोज़र ) डाल के बंद किया गया। बता दे कि बिना चीर-फाड़ से हृदय के छेद को बंद करना एक जटिल काम था।
प्रबंधक डॉ मोनिका नैन ने बताया कि रोगी सीमा ( बदला हुआ नाम ) के चिरंजीवी योजना के लाभार्थी होने से रोगी का उपचार मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना में निःशुल्क किया गया है।