Trending Now




बीकानेर,महात्मा गांधी की 153 वीं जयन्ती के अवसर पर महापुरुष समारोह समिति श्री डूंगरगढ़ के तत्वावधान में रविवार को “महात्मा गांधी स्मृति सम्मान” समारोह माहेश्वरी धर्मशाला बीकानेर में आयोजित हुआ। डॉ एम जी भट्टड़ की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि- डॉ पी के सैनी, अधीक्षक, पी बी एम हॉस्पिटल बीकानेर, मुख्यवक्ता-डी सी जैन, पूर्व प्राचार्य ,डूंगर कॉलेज, बीकानेर एवं संस्था अध्यक्ष श्रीगोपाल राठी मंचस्थ रहे । समिति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में इस वर्ष का “महात्मा गांधी स्मृति सम्मान” गांधीवादी विचारधारा से ओतप्रोत, चिकित्सा में अनुसंधान, शिक्षा, समाजसेवा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेष योगदान देने वाले डॉ ओ पी सैनी , प्रोफेसर/ हेड फोरेंसिक मेडिसिन डिपार्टमेंट पी बी एम हॉस्पिटल, बीकानेर को प्रशस्ति पत्र, शॉल पट्टिका,प्रतीक चिहन एवं माल्यार्पण द्वारा मंचस्थ अतिथियों द्वारा सम्मान से अलंकृत किया गया। भैरूदान पुगलिया चेरिटेबल ट्रष्ट के सौजन्य से आयोजित इस समारोह में मुख्य अतिथि डॉ पी के सैनी ने कहा कि महात्मा गांधी के विचारों को अपने जीवन में आत्मसात करें। गांधी ने अपनी अहिंसा यात्रा से लोगों को हिंसा के त्याग का पाठ पढ़ाया । गांधी ने पूरी सादगी एवं अपने विचारों से ही देश की आजादी में अहम भूमिका निभाई । मुख्यवक्ता डॉ डी सी जैन ने संबोधित करते हुए कहा कि महात्मा गांधी अहिंसा एवं सत्य के पुजारी थे आजादी के साथ ही स्वच्छता भी उनकी प्राथमिकता में रहे,उनके सत्य, अहिंसात्मक एवं समानता के विचारों के कारण ही आज गांधी प्रासंगिक है । गांधीजी के सत्य एवं अहिंसा के विचारों को आज विश्व के सभी देश ग्रहण कर रहे है । समिति सचिव सुशील सेरडिया ने समिति की गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि समाज एवं राष्ट्र में वैचारिक बदलाव हेतु संस्थान महापुरुषों के विचारों को सार्थक करने वाले कार्यक्रम आयोजित कर महापुरुषों के विचारों को जन जन तक पहुचाने के लिए प्रयत्नशील है । संस्था सदस्य बजरंगलाल सेवग ने आगंतुक अतिथियों का आभार प्रकट करते हुए संस्था की भावी रणनीति बताते हुए रचनात्मक गतिविधियों में आमजन से जुड़ने की अपील की । कार्यक्रम में निर्मल पुगलिया,नन्दकिशोर सोलंकी, डॉ नोरंग महावर, देवकिशन गहलोत, चन्द्र शेखर कछावा, डॉ पी डी तंवर,सत्यनारायण योगी, विजयराज सेवग विजय महर्षि, रवि पुरोहित, अशोक पारीक, तिलोकचंद गहलोत, डॉ शंकरलाल जाखड़,प्रेम बुच्चा आदि गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे । कार्यक्रम का संयोजन घनश्याम गहलोत ने किया ।

Author