
बीकानेर,नॉर्दर्न रीजन फार्म मशीनरी ट्रेनिंग एंड टेस्टिंग इंस्टिट्यूट (एनआरएफएमटीटीआई), हिसार के निदेशक डॉ. मुकेश जैन ने स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय, बीकानेर स्थित फार्म इम्प्लीमेंट्स एंड मशीनेरी टेस्टिंग एंड ट्रेनिंग सेंटर (FIMTTC) का निरीक्षण किया। निदेशक डॉ. जैन ने केन्द्र की प्रगति, परीक्षण कार्यों एवं प्रशिक्षण गतिविधियों का अवलोकन किया और अधिकारियों से विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि कृषि यंत्रों के परीक्षण में पारदर्शिता और सटीकता सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रत्येक परीक्षण निर्धारित मानकों और प्रक्रियाओं के अनुरूप होना चाहिए जिससे किसानों और उद्योग को विश्वसनीय परिणाम प्राप्त हो सकें। सरकार द्वारा जारी नई गाइडलाइन्स का सख्ती से पालन किया जाए।
प्रयोगशालाओं और इकाइयों का निरीक्षण
निदेशक डॉ जैन ने केन्द्र की विभिन्न प्रयोगशालाओं, परीक्षण उपकरणों और प्रशिक्षण इकाइयों का भी निरीक्षण किया। उन्होंने फील्ड ट्रायल्स, ड्राफ्ट मेजरमेंट, सुरक्षा परीक्षण और परफॉरमेंस मूल्यांकन प्रक्रियाओं को देखा तथा संबंधित तकनीकी स्टाफ से चर्चा कर आवश्यक सुझाव दिए।
केन्द्र की प्रतिबद्धता
केन्द्र प्रभारी डॉ. विक्रम योगी ने बताया कि एफआईएमटीटीसी पूरी निष्ठा और पारदर्शिता के साथ कार्य कर रहा है। भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप ही प्रत्येक प्रक्रिया पूर्ण किया जाना सुनिश्चित किया जाएगा। आने वाले समय में केन्द्र अपनी कार्यप्रणाली को और अधिक मजबूत करेगा।
गतिविधियों की दी जानकारी
ई. विपिन लड्ढा ने केन्द्र की गतिविधियों, परीक्षण प्रक्रियाओं और अब तक की प्रगति पर विस्तृत जानकारी दी।उन्होंने विभिन्न कृषि यंत्रों के परीक्षण और उनके उपयोगिता संबंधी पहलुओं की जानकारी भी साझा की।
ई. लड्ढा ने बताया कि कुलपति प्रो अखिल रंजन गर्ग के निर्देशन में विश्वविद्यालय का ध्येय कृषि अनुसंधान, शिक्षा और प्रसार के साथ-साथ कृषि यंत्रीकरण को बढ़ावा देना है। एफआईएमटीटीसी जैसे केन्द्र किसानों और कृषि उद्योग के लिए विश्वसनीय तकनीकी परीक्षण उपलब्ध कराते हैं, जो केंद्र की प्रतिबद्धता और विश्वास को स्थापित करते हैं।
मार्गदर्शन के लिए ज्ञापित किया धन्यवाद
सूरज रतन रंगा द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया। उन्होंने कहा कि निदेशक का मार्गदर्शन केन्द्र के लिए प्रेरणादायी है। इससे परीक्षण एवं प्रशिक्षण गतिविधियों में और अधिक गुणवत्ता व गति आएगी।