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बीकानेर/ अहमदाबाद हियात रीजेंसी होटल, अहमदाबाद में “5वीं पेनरेकॉन इंटरनेशनल वर्कशॉप ऑन रिकंस्ट्रक्टिव यूरोलॉजी” का भव्य और अत्यंत सफल आयोजन किया गया। इस प्रतिष्ठित कार्यशाला में देश-विदेश से आए नामचीन यूरोलॉजी विशेषज्ञों ने भाग लिया और मूत्रमार्ग एवं जननांग की विभिन्न जटिल विकृतियों की सर्जरी का लाइव डेमोंस्ट्रेशन प्रस्तुत किया।

कार्यशाला में जिन प्रमुख विषयों पर लाइव सर्जरी प्रदर्शित की गई, उनमें मूत्रमार्ग संकुचन (Stricture Urethra), नपुंसकता के लिए शिश्न प्रत्यारोपण (Penile Prosthesis), जन्मजात हाइपोस्पेडियस, तथा मूत्र असंयम (Urinary Incontinence) की जटिल सर्जरी शामिल थीं। इन ऑपरेशनों का संचालन वरिष्ठ यूरोलॉजिस्ट डॉ. शैलेश शाह द्वारा बॉडीलाइन हॉस्पिटल, अहमदाबाद में किया गया, जिसका उच्च गुणवत्ता युक्त सीधा प्रसारण होटल हयात में किया गया जहाँ देश-विदेश से आए प्रतिभागी विशेषज्ञ और प्रशिक्षु चिकित्सकों ने इन्हें लाइव देखा।

ऑपरेशनों के बीच आयोजित गेस्ट लेक्चर सत्रों में यूरोलॉजी जगत के ख्यातिप्राप्त विशेषज्ञों ने आधुनिक तकनीकों, अनुभवों और नवाचारों को साझा किया। एस.पी. मेडिकल कॉलेज, बीकानेर के यूरोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. मुकेश आर्य ने ब्लैडर नेक रिकंस्ट्रक्शन विषय पर अपना बहुमूल्य अनुभव प्रस्तुत किया, जिसे प्रतिभागियों और विशेषज्ञों ने अत्यंत उपयोगी एवं प्रभावशाली बताया और मुक्तकंठ से सराहा।

कार्यशाला के दूसरे दिन 15 जून को प्रातः 7:00 से 9:00 बजे तक पोस्टर प्रेजेंटेशन का आयोजन किया गया, जिसमें बीकानेर के यूरोलॉजी विभाग से डॉ. मुकेश आर्य, डॉ. अभिषेक, डॉ. नरेंद्र और डॉ. रोहित ने कुल 7 शोध-पोस्टर प्रस्तुत किए। डॉ. आर्य द्वारा प्रस्तुत पोस्टर को 21 प्रतिभागियों में से प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ और उन्हें ₹12,000 का पुरस्कार प्रदान किया गया।

बीकानेर के यूरोलॉजी विभाग द्वारा किए गए उच्च गुणवत्ता के रिकंस्ट्रक्टिव ऑपरेशनों की सभी विशेषज्ञों ने अत्यंत प्रशंसा की और विभाग के कार्य की सराहना की। यह कार्यशाला न केवल ज्ञानवर्धक रही, बल्कि उभरते यूरोलॉजिस्ट्स के लिए उत्कृष्ट मार्गदर्शन और प्रेरणा का माध्यम भी बनी।

इस अवसर पर एस.पी. मेडिकल कॉलेज की प्रधानाचार्य डॉ. गुंजन सोनी ने भी विभाग की इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा,
“इन उपलब्धियों ने हमारे यूरोलॉजी विभाग और पूरे संस्थान की प्रतिष्ठा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। यह हम सब के लिए गर्व का विषय है।”

इस अंतरराष्ट्रीय मंच पर बीकानेर की उपस्थिति और प्रदर्शन ने यह सिद्ध कर दिया कि समर्पण, गुणवत्ता और नवाचार के बल पर सीमित संसाधनों में भी वैश्विक मानकों की चिकित्सा सेवा और शिक्षा संभव है।

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