
बीकानेर,प्रेरणा प्रतिष्ठा के तत्ववधान में कला, साहित्य, शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले शिक्षाविद और लेखक डॉ. जानकी नारायण श्रीमाली को अजीत फाउंडेशन सभागार में आयोजित समारोह में अमर कीर्ति सम्मान से विभूषित किया गया।
संस्थान के अध्यक्ष प्रेम नारायण व्यास ने बताया कि कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षाविद डॉ. सत्य प्रकाश आचार्य ने की। मुख्य अतिथि बीकानेर (पश्चिम) विधायक जेठानंद व्यास थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में शिक्षा विभाग के सेवानिवृत्त संयुक्त निदेशक डॉ. विजय शंकर आचार्य तथा कवि कथाकार राजेंद्र जोशी मौजूद रहे। सम्मानित विभूति को अतिथियों द्वारा अभिनंदन पत्र, शॉल, श्रीफल और पुस्तकों का सेट भेंट किया गया तथा संस्थान द्वारा सम्मानित विभूति को 1100 रुपए की राशि लक्ष्मी नारायण व्यास, विप्लव व्यास, दीपक व्यास, ओमप्रकाश बोड़ा, जुगल किशोर पुरोहित, अविनाश व्यास तथा राजा सांखी द्वारा प्रदान की गई।
अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य ने कहा की प्रेरणा प्रतिष्ठान पिछले 40 वर्षों से ऐसे कार्यक्रम आयोजित करता आ रहा है तथा हमेशा की तरह सार्थक चयन प्रक्रिया के तहत जानकी नारायण श्रीमाली का सम्मान किया गया है।
मुख्य अतिथि विधायक जेठानंद व्यास ने बताया कि संस्थान द्वारा समाज में से मनीषियों को खोज कर उनका सम्मान करने का तरीका उल्लेखनीय है। ऐसी विभूति के सम्मान से युवा पीढ़ी का संप्रेषित होती है।
विशिष्ट अतिथि डॉ. विजय शंकरा/ आचार्य ने कहा कि सम्मान हमारी प्राचीन परंपरा है। इस परंपरा को प्रेरणा प्रतिष्ठान वर्षों से आगे बढ़ा रहा है।
विशिष्ट अतिथि राजेंद्र जोशी ने कहा कि सम्मान व्यक्ति के उत्तरदायित्व को और बढ़ता है।
सम्मानित विभूति शिक्षाविद जानकीनारायण श्रीमाली ने संस्थान का आभार व्यक्त किया तथा बीकानेर के इतिहास पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के आरंभ में अतिथियों द्वारा मां सरस्वती, स्व. अमर दत्त व्यास तथा संस्थान के संस्थापक डॉ. राजनारायण व्यास के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। दीपक व्यास द्वारा मां सरस्वती की वंदना की गई। कवि कथाकार राजाराम स्वर्णकार ने स्वागत उद्बोधन के साथ अभिनंदन पत्र का वाचन किया। संस्थान के कार्यक्रमों का परिचय संस्थान अध्यक्ष प्रेम नारायण व्यास द्वारा दिया गया। विप्लव व्यास ने आभार जताया।
कार्यक्रम में डॉ. अजय जोशी, बीएल नवीन, कमल रंगा, बुलाकी शर्मा, निर्मल कुमार शर्मा, योगेंद्र पुरोहित, दुर्गा शंकर आचार्य, गिरिराज पारीक, डॉ हरिशंकर आचार्य, नंदिनी जोशी, अलका व्यास, कमल आचार्य, ज्ञानेश्वर जोशी, ब्रह्मदत्त आचार्य, भंवर पुरोहित, किशन चौधरी, मोतीलाल हर्ष, डॉ. चक्रवर्ती नारायण श्रीमाली, महेश श्रीमाली, संजय श्रीमाली, ओम प्रकाश कुमावत, नरपत सिंह, महेश जोशी, सुंदरलाल व्यास, ऋषि श्रीमाली, रविंद्र साध, विप्लव व्यास, दीपक व्यास, महेंद्र जोशी, गोपाल व्यास, भगवान दास व्यास, गोविंद श्रीमाली, देवेंद्र कुमार आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन राजा सांखी ने किया।