बीकानेर,जयपुर,राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी डॉ देवाराम सैनी का एक बार फिर तबादला कर दिया गया है। इसी महीने की 2 फरवरी को उन्हें नई ज़िम्मेदारी थमाई गई थी।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लगभग 15 साल तक विशेषाधिकारी रहे राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) अधिकारी डॉ देवाराम सैनी एक बार फिर चर्चा में हैं। दरअसल, इस बार उनके चर्चा में आने की वजह बना है एक महीने के भीतर दूसरी बार हुआ उनका ट्रांसफर।
भजनलाल सरकार के कार्मिक विभाग की ओर से मंगलवार देर रात जारी हुई 165 आरएएस अफसरों की तबादला सूची में एक नाम डॉ देवाराम सैनी का भी रहा। नई ज़िम्मेदारी के अनुसार उन्हें कृषि विश्वविद्यालय बीकानेर में रजिस्ट्रार लगाया गया है।
2 फरवरी को किया था तबादला
भजनलाल सरकार ने इसी महीने (2 फरवरी) की शुरुआत में 39 आरएएस अफसरों की तबादला सूची जारी की थी। इनमें एक नाम गहलोत के ओएसडी रहे डॉ देवाराम सैनी का भी था। उन्हें बांसवाड़ा में अतिरिक्त संभागीय आयुक्त के पद पर लगाया गया था।
सरकार के आदेश पर सैनी को बांसवाड़ा में संभागीय आयुक्त पद का ज़िम्मा संभाले अभी एक महीना भी पूरा नहीं बीता कि उनका फिर तबादला कर दिया गया है। ऐसे में अब डॉ सैनी को बांसवाड़ा से निकलकर बीकानेर जाना होगा।
सरकार बदलते ही हुए थे एपीओ
राजस्थान में विधानसभा चुनाव परिणाम आने के फ़ौरन बाद ही पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के कई अफसरों को इधर-उधर करने की प्रक्रिया युद्ध स्तर पर शुरू हुई, जो आज तक जारी है। सरकार बदलते ही 31 आरएएस अफसरों को तुरंत प्रभाव से एपीओ करके उन्हें स्थानांतरण के इंतज़ार में रखा गया।
इनमें ज़्यादातर आरएएस अफसर डॉ देवाराम सैनी सहित पूर्व सीएम रहे अशोक गहलोत के ‘खासम-ख़ास’ अधिकारी शामिल रहे।