बीकानेर,खाजूवाला, के सीमावर्ती क्षेत्र 28 बीडी क्षेत्र की रोही में रविवार को दर्जनों गायें मरने का मामला सामने आया है। बड़ी तादाद में गायों की मौत पर सैकड़ों आदमी यहां एकत्रित हो गए। जिसपर उपखण्ड अधिकारी व थानाधिकारी अरविन्द्र सिंह शेखावत को भी मौके पर बुलाया गया। यहां ग्रामीणों ने बताया कि यह गायें लड्डू गोपाल गो-सेवा समिति 10 बीडी की है। यहां विश्व हिन्दू परिषद् के पदाधिकारियों ने उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन देकर मांग की कि गायों की मौत की जाँच करवाकर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाए।
समाज सेवी रामेश्वरलाल गोदारा ने बताया कि रविवार को सूचना मिली कि 28 बीडी सी क्षेत्र में कुछ गायें मरी हुई है। जिसपर मौके पहुंचे यहां ग्रामीणों को बुलाया गया। जिसपर 28 बीडी की रोही में लगभग 100 से 150 गायें मरी हुई पाई गई। जिसपर उपखण्ड अधिकारी खाजूवाला व थानाधिकारी खाजूवाला को सूचना दी गई। अधिकारी रविवार शांय को मौके पर पहुंचे तो ग्रामीणों का गुस्सा अधिकारियों के सामने फूट पड़ा। जिसपर अधिकारियों ने पता लगाकर लड्डू गोपाल गो-सेवा समिति के पदाधिकारियों को बुलाया तथा पूछताछ की गई तो संस्थान के अध्यक्ष भोलूराम ने बताया कि हमारे गो-शाला की 300 गायें यहां थी। जिसपर आस-पास गायों का पता किया तो आवारा घुमती हुई मात्र 85 गायें ही मिली है तथा इन गायों के लिए यहां चारा, पानी तथा छायां का अभाव मिला। जिसके कारण ग्रामीणों ने रोष प्रकट करते हुए गो-शाला संचालक पर कार्यवाही की मांग की। यहां मौके पर जगह-जगह गायों के शव मिले। वहीं मौके पर पशु चिकित्सकों हनुमान गोदारा को बुलाकर घायलों का ईलाज करवाया गया। गायों के लिए चारे की व्यवस्था नहीं होने की स्थिति में मौजूद स्थानीय लोगों ने इन बची हुई गायों के लिए चन्दा एकत्रित कर गायों को चारा डलवाया।
प्रशासन से की मांग
जिला परिषद् सदस्य प्रतिनिधि रामेश्वरलाल गोदारा व विश्व हिन्दू परिषद् तथा ग्रामीणों ने अधिकारी को ज्ञापन देकर मांग की है कि गो-शाला के रिकॉर्ड की जाँच जाए, वहीं गो-शाला के चारा का स्टॉक देखा जाए, मरी हुई गायों का पोस्ट मार्टम करवाया जाए, गायों की मौत के दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्यवाही की मांग की गई है। ये रहे उपस्थित 20 बीडी सरपंच चेतराम भाम्भू, 14 बीडी सरपंच राजाराम कस्वां, 2 कालूवाला सरपंच प्रतिनिधि कालुराम भाटी, जिला परिषद् सदस्य प्रतिनिधि रामेश्वर गोदारा, विश्व हिन्दू परिषद् के फुलदास स्वामी, राजकुमार ठोलिया, भूपराम खिलेरी, सुरेन्द्र बिश्नोई, रायसाहब सहू, राजाराम ओड सहित 100-150 ग्रामीण उपस्थित रहे।