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बीकानेर,डेंगू बुखार के शहर में बढ़ते प्रकोप को ध्यान में रखते आमजन को बुखार के लक्षण व बचाव जनजागरुकता पोस्टर का विमोचन सम्भागीय आयुक्त बीकानेर नीरज के पवन, जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अबरार पंवार द्वारा किया गया।

सामाजिक कार्यकर्ता भूरमल सोनी, राजकुमार पांडिया, प्रणाम सोनी द्वारा पोस्टर अभियान शुरू किया गया है। पोस्टर शहर व गांवों की अस्पतालों, स्कूलों में चस्पा कर लोगों को जागरूक किया जाएगा गत वर्ष भी डेंगू बुखार के प्रकोप से बचाव के लिए शहरी व ग्रामीण अस्पतालों में पोस्टर लगवाकर लोगों को जागरूक किया।
डेंगू मच्छर के काटने पर आने वाले बुखार एवं उसके लक्षण तथा मादा एडिज मच्छर की पहचान को चित्र सहित दर्शाया गया है ताकि आमजन बुखार आने पर सावधानी बरत सके।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अबरार पंवार ने बताया कि डेंगू मच्छर बरसात के मौसम की समाप्ति के बाद जुलाई से नवम्बर माह में अधिक पनपते हैं नवम्बर माह मादा एडिज मच्छर का पीक टाईम होता है डेंगू मच्छर के काटने पर ‌अचानक तेज बुखार व सिरदर्द , ब्लड प्रेशर, प्लेटलेट्स का कम होना, मांसपेशियों जोड़ों में दर्द, जी मचलना, त्वचा में गुलाबी रंग के चकते, आंखों के पीछे दर्द तथा गंभीर मामलों में नाक मुंह मसूड़ों में खून आना जैसी जानकारी देते सावधानी बरतनी चाहिए तुरंत ऐसे लक्षण दिखाई देने पर चिकित्सक की सलाह लें अनदेखी न करें।
खून की जांच करवाएं, मच्छरों के प्रजनन पर प्रभावी रोक लगाने के लिए लार्वा को खत्म करना जरूरी है घरों में कूलर,गमले,टायर आदि में पानी नहीं रखें करके बाहर खड्डों व टंकियों में बेकार आयल या मीठा तेल डालकर लार्वा को खत्म किया जा सकता है।
डेंगू बुखार के बढ़ते प्रकोप से बचाव के लिए घर घर मच्छरों की रोकथाम के साथ जन जागरुकता जरूरी है।
मादा एडीज मच्छर के शरीर पर काला रंग व लाल सफेद रंग की धारियां से इनकी पहचान की जा सकती है। काटने के बाद यह अधिक ऊंचाई पर न उड़कर कोने दरारों में छिपा जाते है।
पपीते के पत्तों का रस,बकरी का दूध, नारियल पानी, कीवी आदि फल चिकित्सिकीय परामर्श अनुसार बुखार से पीड़ित रोगी को अवश्य दे।

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