बीकानेर, जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि मानसून से पूर्व सभी विभाग अपने संसाधनों की मैपिंग कर लें, जिससे आवश्यकता पड़ने की स्थिति में इनका प्रभावी उपयोग हो सके।
जिला कलेक्टर ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी उपखंड और महत्वपूर्ण विभाग 15 जून तक अपने नियंत्रण कक्ष स्थापित करें तथा कार्मिकों की ड्यूटी लगाते हुए जिला स्तर पर इसकी सूचना उपलब्ध करवाएं। उन्होंने नगर निगम को शहरी क्षेत्र के नालों की सफाई के लिए सघन अभियान चलाने तथा जलभराव के संभावित स्थलों के चिन्हीकरण के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि किसी भी प्रकार की आवश्यकता पर क्विक रिस्पांस हो, यह सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने आवश्यकता की स्थिति में अस्थाई भवनों के चिन्हीकरण, शहर की जीर्ण-शीर्ण हवेलियों और घरों का सर्वे करवाने, सभी सरकारी कार्यालयों की छतों की साफ सफाई करने शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र की क्षतिग्रस्त स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों का उपयोग नहीं करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी उपखंड अधिकारियों को ब्लॉक स्तरीय बैठक करते हुए सभी तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। ब्लॉक स्तर पर आपसी समन्वय के लिए निर्देशित किया। अतिवृष्टि की स्थिति में मच्छर जनित रोगों के बचाने की गतिविधियां करने, मेडिकल टीमों को तैयार रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मानसून के दौरान कोई भी जिला अथवा ब्लॉक स्तरीय अधिकारी बिना अनुमति मुख्यालय नहीं छोड़ेगा। जिला स्तरीय अधिकारी को जिला कलेक्टर तथा ब्लॉक स्तरीय अधिकारी को उपखंड अधिकारी के अलावा अपने विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी से अनुमति लेनी होगी। पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को आपसी समन्वय रखने, एसडीआरएफ की टीमों को अलर्ट रखने सहित सभी आवश्यक तैयारियां करने के निर्देश दिए। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। सभी उपखंडों के अधिकारी वीसी से जुड़े।