बीकानेर,माली सैनी कुशवाह, शाक्य एवं मौर्य समाज राज्य की स्वतंत्रता से वर्तमान समय तक मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति ना होने के कारण गरीबी में जीवन यापन कर रहा है। इस समाज का राज्य की सरकारी सेवाओं में कर्मचारियों की संख्या 1 प्रतिशत से भी कम है। इस कारण यह समाज राजकीय सेवाओं में योगदान व अपने सामान्य जीवन को बेहतर कर अन्य समाजों के बराबर आ सके और इनके जीवन में संघर्ष की कमी हो सके । इस कारण यह चार सूत्री मांगे की जा रही है
आन्दोलन में गिरफ्तार समस्त सभी व्यक्तियों की तुरन्त बिना कार्यवाही के रिहाई की जाये | आन्दोलन के दौरान दर्ज सभी मुकदमें वापस लिये जाये ।
12 प्रतिशत आरक्षण अलग से माली सैनी कुशवाह, शक्य एवं मौर्य समाज को दिया। जाये ।
लव-कुश कल्याण बोर्ड का गठन किया जाये । राज्य जिला स्तरी लव-कुश छात्रावास के लिए जमीन उपलब्ध करवा कर निर्माण करवाया जावें ।
अगर समय रहते हमारे आन्दोलनकारी को नहीं छोड़ा जाता है तो बीकानेर का माली समाज 24 घण्टे के बाद पुरे जोर के साथ उग्र आन्दोलन करेगा तथा चक्का जाम करेगा जिसकी तमाम जिम्मेवारी स्वयं प्रशासन एवं राज्य सरकार की रहेगी ।