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बीकानेर, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के संभाग मुख्यालय केन्द्र सार्दुल गंज व उप केन्द्र रानीसर में बुधवार को महाशिवरात्रि का पर्व परमपिता शिव के संदेशों के स्मरण, शुभ संकल्प व आध्यात्मिक उत्सव के रूप में मनाया गया। उत्सव में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया।
सार्दुल गंज के संभाग मुख्यालय केन्द्र में वरिष्ठ ब्रह्कुमार हंसमुख भाई व बी.के.राधा ने सृष्टि के रचियता परमपिता परमात्मा शिव का ध्वज फहराया । केन्द्र प्रभारी बी.के.कमल ने वर्च्युअल संदेश में कहा कि परमात्मा शिव को प्रसन्न करने के लिए पांच संकल्प लें। परम पिता परमात्मा शिव जिन्हें भोलेनाथ भी कहते हैं, वे इतने भोले हैं कि वे हमसे कोई वस्तु, वैभव नहीं लेते अपितु इनमें निहित कड़वाहट, बुराइयों, कमियों को हमसे लेकर हमें सुख, शांति व वैभव का जीवन प्रदान करते हैं । इसी का स्मरण करते हुए हर मनुष्य आत्मा महाशिवरात्रि पर शिवलिंग पर कड़वे फल-फूल आदि अर्पित करते है, लेकिन परमात्मा ऐसी कोई भी वस्तु नहीं चाहिए। उन्हें तो केवल हमारा सच्चा और साफ मन चाहिए। महाशिवरात्रि पर उन्हें भले आप कुछ अर्पित करें या ना करें किन्तु उन्हें अपना तथा अपने को शिव का मानकर दृढ संकल्प से उनकी साधना, आराधना व भक्ति करने से परमात्मा प्रसन्न होते है तथा मन इच्छित फल प्रदान करते है।बी.के.कमल ने कहा कि महाशिवरात्रि के पर्व पर मन को साफ करो औरों को माफ करो, माया की गुलामी को सदा के लिए सलामी दो अर्थात काम,क्रोध, लोभ,मोह व अहंकार जैसे विकारों को दूर करो। उन्होंने कहा कि रूठना नहीं, रूठाना नहीं, मायूसी आदासी से मुख मोड़ों, प्रभु से नाता जोड़ने और मन, बुद्धि को स्वच्छ व निर्मल बनाने का प्रयास, अभ्यास व पुरुषार्थ करो। विश्व विद्यालय के उप केन्द्र रानीसर बास में बी.के.मीना के नेतृत्व में महाशिवरात्रि उत्सव मनाया गया। दोनों स्थानो ंपर भक्ति व आध्यात्मिक चेतना के गीत गाए गए।