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बीकानेर, हरियाली तीज के अवसर पर सघन पौधारोपण अभियान के तहत मरुधरा बायोलॉजिकल पार्क में आयोजित होने वाले जिला स्तरीय कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने के लिए संभागीय आयुक्त श्रीमती वंदना सिंघवी ने सोमवार को संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। संभागीय आयुक्त श्रीमती सिंघवी ने कहा कि हरियाली तीज के अवसर पर आयोजित होने वाले इस महोत्सव से आमजन में पौधारोपण के प्रति संदेश जाए इसके लिए समस्त तैयारी पूरी रखें। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि और स्थानीय गणमान्य नागरिकों को भी इस अभियान में शामिल किया जाए। संभागीय आयुक्त ने समारोह स्थल पर छाया, पानी सहित अन्य व्यवस्थाओं को सुचारू रखने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि स्थानीय जलवायु में अनुकूलित पौधों जैसे रोहिड़ा, नीम, खेजड़ी, जाल इत्यादि का चयन किया जाए। उन्होंने पार्क के मुख्य मार्ग से अंदर के रास्ते के दोनों ओर भी छायादार पौधे लगवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रेगिस्तान जलवायु को ध्यान में रखते हुए ऐसे पौधों का चयन करें जिन्हें यहां कम पानी व देखभाल की आवश्यकता हो।
संभागीय आयुक्त ने मरुधरा बायोलॉजिकल पार्क की प्रगति का भी जायजा लिया और अब तक हुए कार्य की जानकारी ली उन्होंने कहा कि बकाया कार्य पूरी गुणवत्ता के साथ समय पर पूरा करवाएं।
संभागीय आयुक्त ने अब तक पार्क में हुए कार्य की सराहना की और कहा कि इस पार्क के निर्माण से यहां वन्यजीवों के संरक्षण के साथ-साथ पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
उपवन संरक्षक ने बताया कि वर्तमान में मरुधरा बायोलॉजिकल पार्क में वन्यजीवों के लिए 10 एनक्लोजर का निर्माण हो चुका है । यहां कुल 28 एनक्लोजर बनाए जाएंगे। प्रत्येक एनक्लोजर में वन्यजीवों को प्राकृतिक आवास उपलब्ध करवाए जाने हेतु वृक्षारोपण भी किया गया है । साथ ही बायोलॉजिकल पार्क के ग्रीन जोन में भी पौधारोपण करवाया गया है जिससे वन्यजीवों हेतु उचित वातावरण तैयार किया जा सके।
उल्लेखनीय है कि यह बायोलॉजिकल पार्क 50 हेक्टेयर क्षेत्र में निर्मित किया जा रहा है। इस पार्क में चिंकारा, ब्लैकबक, चीतल तथा अन्य शाकाहारी प्राणी एवं बाघ, बघेरा, एशियाई शेर, लकड़बग्घा, लोमड़ी, भेड़िया आदि मांसाहारी प्राणी तथा विभिन्न प्रजातियों के पक्षी एवं सरीसृप प्रजातियों के वन्य जीव रखे जाएंगे । यहां वन्यजीवों के लिए एक रेस्क्यू सेंटर का निर्माण भी बायोलॉजिकल पार्क के साथ ही किया जाएगा, जिनमें विभिन्न कारणों से घायल हुए वन्यजीवों के उपचार तथा उनके पुनर्वास की सुविधा उपलब्ध रहेगी।इस दौरान अतिरिक्त संभागीय आयुक्त ओमप्रकाश बिश्नोई,जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोहनलाल, उपवन संरक्षक एस शरथ बाबू, सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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