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बीकानेर,जिला स्तरीय बाल श्रमिक टास्क फोर्स, बंधक श्रमिक सतर्कता समिति एवं बीओसीडब्ल्यू टास्क फोर्स की समीक्षा बैठक गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई।
जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने कहा कि विभिन्न औद्योगिक इकाइयों, होटलों आदि पर बच्चों को श्रम में नियोजित ना किया जाए इसके लिए मॉनिटरिंग की विशेष आवश्यकता है। उन्होंने बाल श्रम से जुड़े मुद्दों पर संबंधित विभागों को संवेदनशीलता और प्राथमिकता से कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

जिला कलेक्टर ने कहा कि मॉनिटरिंग बढ़ाते हुए ऐसी इकाइयों की पहचान की जाए जहां बाल श्रमिक नियोजित है तथा उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई हो। उन्होंने कहा कि बाल श्रमिकों के प्रत्येक प्रकरण में समय पर एफआईआर दर्ज हो एवं बालकों का पुनर्वास सुनिश्चित किया जाए।
जिला कलेक्टर वृष्णि ने मेलों और बाजारों में बाल भिक्षावृत्ति रोकथाम पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्कूलों के आसपास दुकानों पर नशे से संबंधित किसी प्रकार की सामग्री का विक्रय नहीं हो, इसके लिए पुलिस द्वारा नियमित रूप से इन दुकानों का निरीक्षण किया जाए।
बैठक में संयुक्त श्रम आयुक्त प्रदीप कुमार ने गत तीन महीनों में किए गए कार्य की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 166 संस्थानों का निरीक्षण किया गया है, जिसमे 15 बाल श्रमिकों को छुड़वाया गया, साथ ही नियोजकों से वचन पत्र भरवाकर पाबंद भी किया गया। अध्यक्ष बाल कल्याण समिति एवं प्रभारी मानव तस्करी निरोधक दल ने भी इस संबंध में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी।
बैठक में पोक्सो के तहत प्रभावी अनुसंधान तथा राजकीय गृहों में आवासित बच्चों की व्यवस्थाओं के संबंध में चर्चा की गई।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर (नगर) कपिल यादव, संयुक्त श्रम आयुक्त प्रदीप यादव,बाल कल्याण समिति अध्यक्ष जुगल किशोर व्यास, सामाजिक एवं न्याय अधिकारिता विभाग के संयुक्त निदेशक एल डी पंवार, बाल अधिकारिता विभाग सहायक निदेशक कविता स्वामी, पुलिस निरीक्षक सवाई सिंह रतनू, श्रम निरीक्षक पवन योगी, धनेश मारकर सहित श्रम विभाग और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

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