बीकानेर, जिला कलेक्टर नमित मेहता ने प्रशासन गांवों के संग अभियान के दौरान सामाजिक सुरक्षा पेंशन, पालनहार और मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत आशाजनक प्रगति नहीं होने को गम्भीरता से लिया और कहा कि अगले शिविरों में लक्ष्य निर्धारित करते हुए, सभी पात्र लोगों को इन योजनाओं से जोड़ा जाए। ऐसा नहीं होने पर सम्बन्धित अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। जिला कलेक्टर ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से अभियान की प्रगति की समीक्षा के दौरान यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शिविर के लिहाज से राजस्व और ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज के बाद सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता सबसे महत्वपूर्ण विभाग है। इस विभाग की योजनाओं का लाभ शत-प्रतिशत जरूरतमंद लोगों को मिले, यह सम्बन्धित शिविर प्रभारी की जिम्मेदारी है। इसमें किसी भी स्तर पर ढिलाई सहन नहीं की जाएगी तथा अगली समीक्षा में कम प्रगति वाले ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि इन योजनाओं में अब तक बीकानेर, श्रीडूंगरगढ़ और पांचू की प्रगति सबसे कम है।
जिला कलेक्टर ने शिविरों का दौरान कोविड वेक्सीनेशन की प्रगति जानी और बताया कि इस मामले में पांचू सबसे आगे तथा कोलायत सबसे पीछे है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक केम्प को वेक्सीनेशन साइट के रूप में लेते हुए अधिक से अधिक वेक्सीनेशन सुनिश्चित करें। शिविरों के दौरान मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के पंजीकरण बढ़ाने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने शिविर से सम्बन्धित सभी 22 विभागों की प्रगति की समीक्षा की और कहा कि अभियान के दौरान न्यून प्रगति किसी भी स्तर पर सहन नहीं की जाएगी। साथ ही यदि किसी एक ब्लॉक के कारण किसी विभाग की प्रगति प्रभावित होती है, तो इसे सम्बन्धित विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी की पर्यवेक्षणीय लापरवाही मानी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रगति के लिहाज से पिछड़े हुए ब्लॉक आगामी शिविरों में और अधिक गम्भीरता से काम करें। उन्होंने प्री-केम्पों के दौरान समस्याओं के चिन्हीकरण, मुख्य शिविरों में इनके निस्तारण करने के साथ आवश्यकता के अनुरूप फॉलोअप शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए।
इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) बलदेव राम धोजक, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाश, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी सिद्धार्थ पलनिचामी मौजूद रहे।