बीकानेर, जिला कलक्टर नमित मेहता ने मंगलवार को प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत पांचू में आयोजित शिविर का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की लंबित समस्याओं के समाधान के लिए यह अभियान आयोजित किया जा रहा है। ग्रामीण इनका लाभ उठाएं तथा अधिक से अधिक संख्या में इन शिविरों में भागीदारी निभाएं। उन्होंने कहा कि अधिकारी भी इसी भावना के साथ कार्य करें तथा अंतिम प्रकरण के निस्तारण तक शिविर में रहें। उन्होंने कहा कि शिविरों में आम सहमति से खाता विभाजन, रास्ते के प्रकरण सहित प्रत्येक कार्य का नियम सम्मत और प्राथमिकता से निस्तारण किया जाए। शिविरों से पूर्व प्री-केम्प लगाकर समस्याओं का चिन्हीकरण करें तथा आवश्यकता के अनुरूप फॉलो अप केम्प भी लगाएं। इस दौरान उन्होंने सह-खातेदारों की आपसी से खाता विभाजन, पालनहार योजना, कृषि यंत्र तथा आवास प्लस योजना के लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र प्रदान किए। वहीं दो दिव्यांगजनों को ट्राइसाइकिल प्रदान की। उन्होंने कहा कि विभिन्न योजनाओं का लाभ पाने की दृष्टि से यह शिविर वरदान साबित हो रहे हैं। इस दौरान उन्होंने आमजन की समस्याएं भी सुनी और इनके निस्तारण के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की समस्याओं का संवेदनशीलता के साथ निस्तारण किया जाए। इससे पहले उन्होंने सभी 22 विभागों द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाश, नोखा की उपखण्ड अधिकारी स्वाति गुप्ता, तहसीलदार तथा प्रशिक्षु आईएएस सिद्धार्थ पलनिचामी, विकास अधिकारी विनेश कुमार तथा पांचू सरपंच हवा देवी मौजूद रही।
*अब बच्चों को आगे पढ़ाएगा दीपाराम*
पांचू में रहने वाला दिव्यांग दीपाराम अब अपने दो बच्चों को आगे पढा पाएगा। शिविर के दौरान उसे पालनहार योजना के तहत स्वीकृति पत्र प्राप्त हुआ। उसने बताया कि उसने गत वर्ष इसके लिए आवेदन किया था लेकिन आवेदन में कुछ ऑब्जेक्शन रहने के कारण इसकी स्वीकृति नहीं मिल सकी, लेकिन अभियान के तहत आयोजित शिविर के दौरान इस आक्षेप को हाथोंहाथ दूर करवाकर योजना के तहत स्वीकृति पत्र प्रदान किया। इस पर उसने सरकार का आभार जताया और कहा कि अब वह अपने बच्चों को आगे पढा पाएगा।
*जेठाराम का पक्के आवास का सपना होगा सच*
शिविर के दौरान पांचू के जेठाराम पुत्र उदाराम सियाग को प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत आवास प्लस की स्थाई वरीयता सूची में पात्रता पाए जाने पर आवास की स्वीकृति जारी की गई। शिविर के दौरान ही यह लाभ पाकर उसने सरकार की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
—