बीकानेरशहर में जगह-जगह टूट रहे कब्जों से आम आदमी तो खुश नजर आ रहा है लेकिन नगर निगम मेयर सुशीला राजपुरोहित शायद इससे नाखुश है। ये ही कारण है कि उन्होंने निगम आयुक्त को लिखे पत्र में बिना सूचना कब्जे तोड़ने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि किसी भी अतिक्रमण को तोड़ने से एक दिन पहले उन्हें इस आशय की जानकारी दी जाए। दरअसल, पिछले कई दिनों से आयुक्त और मेयर के बीच अनबन चल रही है जो अब चौड़े आ गई है।
मेयर ने गुरुवार को आयुक्त को लिखे पत्र में कहा है कि अतिक्रमण तोड़ना आवश्यक है लेकिन निगम की ओर से की जा रही इस कार्रवाई के बारे में न तो मेयर को सूचित किया जा रहा है और न ही इस बारे में कोई लिखित आदेश जारी हो रहा है। पहले भी मेयर ने आयुक्त को मौखिक रूप से कहा था कि कब्जा तोड़ने से पहले संबंधित को नोटिस जारी किया जाए। मेयर ने पिछले दिनों तुलसी सर्किल पर स्थित तथाकथित गौशाला के अतिक्रमण को तोड़ने के विवाद का हवाला देते हुए कहा कि निगम को पहले संबंधित व्यक्ति का पक्ष लेना चाहिए था।
पत्र में मेयर ने निगम आयुक्त को निर्देश दिए हैं कि वो भविष्य में किसी भी तरह का अतिक्रमण तोड़ने से एक दिन पहले मेयर को सूचना देंगे। अगर कोई पक्का कब्जा तोड़ा जा रहा है तो संबंधित व्यक्ति को तीन दिन पहले सूचना दी जाएगी। तीन दिन सूचना देने के बाद अगर कहीं कोई न्यायिक आदेश की अवहेलना नहीं हो रही है तो ही अतिक्रमण तोड़ने के निर्देश दिए गए हैं।
उधर, नगर निगम की ओर से जगह-जगह तोड़े जा रहे अतिक्रमणों की आम आदमी सराहना कर रहा है। खासकर कोटगेट, फड़ बाजार, बी.के.स्कूल के पास, जस्सूसर गेट, बड़ा बाजार सहित अनेक क्षेत्रों में अब गाड़ियां निकलने के लिए जगह बन गई है। कोटगेट-केईएम रोड पर तो यातायात ही सुगम हो गया है।