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बीकानेर,शांति अहिंसा निदेशालय, राजस्थान के निदेशक एवं महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के राज्य समन्वयक मनीष शर्मा ने आज महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर में नव-निर्मित महात्मा गांधी स्मारक का अवलोकन किया। इस दौरान मनीष शर्मा ने विश्वविद्यालय पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह स्मारक इस क्षेत्र के युवाओं एवं आमजन के लिए प्रेरणादायी बनेगा। उन्होंने स्मारक में स्थापित पट्टिकाओं में महात्मा गांधी के जीवन से संबंधित आलेखों का भी अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने आवश्यक सुझाव भी साझा किये। स्मारक के अवलोकन के पश्चात् महात्मा गांधी के जीवन दर्शन के संदर्भ में विश्वविद्यालय शिक्षकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ संवाद किया। संवाद की अध्यक्षता विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. विनोद कुमार सिंह ने की। प्रो. सिंह ने अपने विचार रखते हुए कहा कि महात्मा गांधी का व्यक्तित्व हमेशा शैक्षणिक संस्थाओं के लिए प्रेरणादायक रहा है। उनके जीवन चरित्र से प्रेरित होकर ही विश्वविद्यालय द्वारा महात्मा गांधी जी की 150 जयन्ती वर्ष पर उनकी अष्टधातु की मूर्ति एवं स्मारक का निर्माण करवाया गया है। प्रो. सिंह ने बताया कि जयन्ती वर्ष पर महात्मा गांधी जी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने एवं उक्त विषय पर शैक्षणिक एवं शोध गतिविधियों को बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालय में महात्मा गांधी शोधपीठ एवं सेन्टर फाॅर गांधीयन स्टडीज: पीस एण्ड नाॅन वायलेन्स स्थापित किया गया है।

कार्यक्रम के प्रारम्भ विश्वविद्यालय कुलसचिव यशपाल आहूजा ने विश्वविद्यालय द्वारा संचालित विभिन्न गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी। शांति अहिंसा निदेशालय के निदेशक मनीष शर्मा ने बताया कि पूरे भारत वर्ष में राजस्थान ही एक ऐसा राज्य है जहां पर राज्य सरकार द्वारा शांति एवं अहिंसा निदेशालय की स्थापना की गई है। उन्होंने निदेशालय द्वारा संचालित विभिन्न गतिविधियेां के बारे विस्तार से बताया। संवाद कार्यक्रम का संचालन विश्वविद्यालय उप कुलसचिव डाॅ. बिट्ठल बिस्सा ने किया।
संवाद कार्यक्रम में महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के जिला संयोजक संजय आचार्य, हेमन्त धारीवाल, रूपेन्द्र जैन, विश्वविद्यालय कार्मिक डाॅ. गिरिराज हर्ष, डाॅ. सुरेन्द्र गोदारा, कुलदीप जैन, राघव पुरोहित ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम के अंत में कुलपति द्वारा अतिथियों को गांधी विचारो से प्रेरित पुस्तक भेट की।

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