बीकानेर,बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने पार्टी में गुटबाजी से इन्कार करते हुए कहा कि प्रदेश में भाजपा पूरी तरह एकजुट है और हमारा पहला मकसद कांग्रेस को सत्ता से बाहर करना है.वहीं कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस में पता नहीं सरकार कौन चला रहा है, पार्टी कौन चला रहा है, विधायकों के इस्तीफे अनुशासन की बानगी है. पूनिया ने आरोप लगाया कि दूसरे राज्यों के बदमाशों ने राजस्थान को शरणगाह बना लिया है, लेकिन राज्य के गृहमंत्री को इल्म नहीं है कि कहां किस तरह के अपराध हो रहे हैं और सुरक्षा के क्या उपाय हैं.
बीजेपी में गुटबाजी, केवल गोसिप
राजस्थान में कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं के बीच गुटबाजी चल रही है. कांग्रेस में यह गुटबाजी सड़क पर उतरकर दिल्ली तक पहुंच चुकी है, वहीं भाजपा में अंदरखाने गुटबाजी दिखाई दे रही है. हालांकि बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया पार्टी में गुटबाजी से साफ इन्कार कर रहे हैं. पूनिया ने कहा कि भाजपा पूरी तरह एक है, चाहे राजनीतिक तौर पर, कार्यकर्ताओं या जनप्रतिनिधियों के तौर पर, पार्टी एकजुट है. इसका कारण भाजपा का अलाकमान मजबूत है. हम सब संसदीय दल के निर्णय से हम बंधे हुए हैं. हालांकि बीजेपी में गुटबाजी की चर्चा जरूर चलती है, लेकिन यह केवल गोसिप है. पूनिया ने कहा कि बीजेपी का चरित्र सुदृढ है, पाटी के सभी लाेग एक छाते के नीचे रहकर संसदीय मार्यादा से बंधकर कार्य कर रहे हैं. इसके उलट कांग्रेस में उनके यहां पता नहीं चलता सरकार कौन चला रहा है, पार्टी कौन चला रहा है. किस अनुशासन में बंधे हैं . इसका नजारा हाल ही में सबने देखा है,किस तरह से विधायकों ने इस्तीफा दिए. कांग्रेस के अलाकमान ने चार साल तक संज्ञान ही नहीं लिया.
भाजपा में फूट को नकारा, सत्ता केवल सेवा के लिए
भाजपा में फूट को लेकर पूनिया ने कहा कि मुझे लगता है कि एक किस्म का मुद्दा स्थापित करने की कोशिश है कि कांग्रेस में फूट है तो भाजपा में भी फूट है. मैं इसे सिरे से नकारता हूं. हम सब पूरी मर्यादा, अनुशासन के साथ पार्टी के निर्णय से बंधे हुए हैं. हमारा पहला मकसद कांग्रेस को सत्ता से बाहर करना है. हम केवल सत्ता के लिए नहीं, राजस्थान की जनता की सेवा के लिए सत्ता तक पहुंचकर समाज को लोककल्याणकारी भावना से जोड़कर काम करना चाहते हैं. राजनीतिक तौर पर प्रचािरत किया जाता है कि भाजपा में फुट है. साथ ही पूनिया ने कहा प्रदेश में तीसरी शक्ति से इन्कार करते हुए कहा कि राजस्थान की पॉलिटिक्स बॉयपोलर है, यहां तीसरे व्यक्ति, राजनीतिक दल को स्पेस नहीं है.बीजेपी चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार
पूनिया ने कहा कि भाजपा चुनाव के लिए पूरी तरह तत्पर है. प्रदेश में जो जनाक्रोश रहा है, उससे भी आगे मोदी की परफोरमेंस का राजस्थान पर असर पर पड़ रहा है. जनधन खाते, उज्जवला, आयुष्मान भारत सहित कई नीतियां धरातल पर उतरी है. वहीं धारा 370, राम मंदिर सहित तमाम मुद्दों ने राजस्थान के जनमानस के भरोसे को खड़ा किया है. पार्टी चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है और मैं पूरी तरह आश्वस्त हूं कि पार्टी वर्ष 2023 में दो तिहाई बहुमत से सरकार बनाएगी.
मुख्यमंत्री के आरोपों पर पलटवार
पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाजपा के साम्प्रदायिकता फैलाने और पीएम मोदी के शांति की अपील नहीं करने के आरोपों पर पलटवार किया. पूनिया ने कहा कि पीएम ने अपील ही नहीं बल्कि कर्म किया है, जम्मू कश्मीर से कन्याकुमार तक कच्छ से कोहिमा तक पटाखे की तरह बम फूटते थे, अशांति होती थी. आज देश में जो सुरक्षा और शांति दिखती है, उसमें मोदी सरकार का अहम रोल है. हां, राजस्थान से तुलना की जाए तो सीएम की बात सच हो सकती है. प्रदेश में करौली, भीलवाडा, जोधपुर, झालावाड़ जयपुर की घटनाएं इस बात को पुष्ट करती है, वहीं एनआईए के टेररिंग फंडिंग का राजस्थान के टेरर फंडिंग के मामले में साफ हो जाता है. वहीं दूसरे राज्यों के बदमाशों ने राजस्थान को शरणगाह बना लिया, पुलिसिंग कमजोर है. गृहमंत्री को इल्म नहीं कि कहां कितने अपराध हो रहे हैं , सुरक्षा कैसे होगी. ऐसे में साफ है कि अशांति और कानून व्यवस्था की हालत खराब राजस्थान की है.