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दरअसल बीकानेर के इर्दगिर्द की गोचर बीकानेर के सेठों ने राजकोष में धन जमा करवाकर गोचर के रूप में दान दी थी। भीनासर गोचर, गंगाशहर गोचर और सरेह नथानिया की गोचर की जन सहयोग से तारबंदी कर गोचर समितियां वाकयदा पीढियों से देख_ रेख कर रही है। गोचर भूमि के पेड़-पौधों, जीव -जन्तुओं की पूरी देखभाल की जाती है। एक बार सरकार गोचर के अन्दर जाकर देख लें कि लोगों ने गोचर संरक्षण के लिए कितनी व्यवस्थाएं कर रखी है। इन गोचर भूमियों से एक भी पेड़ नहीं काटा जा सकता। पूरा पहरा रहता है। हजारों पेड़ लगाएं है। वन्य जीवों के पेयजल के लिए कुण्डिया बना रखी है। पक्षियों के पानी के लिए पेड़ों पर पाळसिये रखे है। हर दिन इनमें पानी भरा जाता है। लोग पक्षिय़ों को रोज दाना डालते है। हिरण, लोमडी और अन्य जीवों के लिए भी खाद्य सामग्री डाली जाती है। जब जमीन पर घास नहीं होती तो गायों को सूखी घास डाली जाती है। गोचर का यह आन्दोलन कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है। भले ही राजनेता अपने अपने उद्देश्यों को लेकर साथ हो वास्तव में गोचर का यह मुद्दा जन भावना से जुड़ा है। जनता, संत समाज और गोभक्त इससे जुड़े है। कांग्रेस ने धरनास्थल पर सरकार को चुनौती देते हुए कहा है कि गोचर के लिए जान भी देनी पड़ी तो पीछे नहीं हटेंगे, भाजपा और प्रशासन हठधर्मिता छोड़े।
राजस्थान सरकार को समझना चाहिए ” कि पूर्व मंत्री बुलाकीदास कल्ला ये आरोप क्यों लगा रहे है कि गोचर को अराजीराज करने के पीछे जिला प्रशासन की आड में भाजपा का शीर्ष नेतृत्व काम कर रहा है। जो भाजपा गाय के नाम पर राजनीति करती है उसके राज में बीफ निर्यात में भारत नंबर एक की श्रेणी में आ गया। उससे भी बड़ी इनकी सीनाजोरी देखो कि गोचर जिसकी मालिकाना हक किसी और का है उसको सत्ता के दम पर भाजपा पूंजीपतियों की बेचना चाहती है, जिसको किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। गोचर बचाने के लिए हर परिस्थिति, हर मोर्चे पर लड़ते हुए विधिक लड़ाई भी लड़ेंगे। जरूरत पड़ी तो आमरण अनशन करेंगे लेकिन गोचर को अराजीराज नहीं होने देंगे। उन्होंने उपवास स्थल पर न्यायालय के आदेश और सरकार के आदेश जो कि 2025 के है उसको दिखाते हुए भाजपा के सभी मंत्रियों और विधायकों को खुली चुनौती दी कि वे अपने नापाक मंसूबों से पीछे हट जाए वरना आने वाले समय में इनकी असलियत आमजनता के सामने रखेंगे।” जागों सरकार जागों। चारों और से प्रहार हो रहे है।
 


 
                                                         
                                                         
                                                         
                                                         
                                                        