












बीकानेर,वैसे तो कई दीवाने होते हैं लेकिन कुछ ऐसे विरले दीवाने भी होते है जो धर्मेंद्र के जन्मदिन से लेकर उनकी आखरी सांस तक की सारी यादें अपने दिलो में संजोये हुए हैं ऐसे ही बीकानेर के एक विरले दीवाने दर्शन सिंह जो कि आज से करीब 42 साल पहले उन्होंने धर्मेंद्र से मुलाकात की और धर्मेंद्र के हर जन्मदिन पर धर्मेंद्र के घर जाकर उनका जन्मदिन मनाते हैं।
और धर्मेंद्र भी सदैव यही कहते थे कि तू मेरा सच्चा फैन है, यार है, दोस्त है, भाई है जो हर साल मेरा जन्मदिन मनाने मेरे घर आता है और धर्मेंद्र उसके साथ समय भी बिताते।
दूसरी और धर्मेंद्र भी उनकी भावनाओं की कदर करते
एक बार धर्मेंद्र ने उन्हें खाली चेक बुक दे दी और कहा कि दर्शन सिंह तुझे जो भरना है इस चेक पर वो रकम भर ले लेकिन दर्शन सिंह की दीवानगी के आगे, दिलों के प्यार के आगे धन की चमक फीकी रह गई और दर्शन सिंह ने चेक बुक को नजर अंदाज करते हुए धर्मेंद्र से कहा कि आप दिल में जगह दें और दिलों के प्यार के आगे पैसों को बीच में ना लाएं फिर क्या था धर्मेंद्र ने भी दर्शन सिंह को अपने दिल में बसा लिया।
धर्मेंद्र की सफर यात्रा में दर्शन सिंह का साक्षात्कार लेने के लिए आज हमारे बीच कौशलेश गोस्वामी, नरेश खत्री (छाबड़ा),नरेंद्र नंद सिंह (नंदू भाई) साक्षात्कार लेकर एक मिसाल कायम की।
