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बीकानेर,प्रदेश में शुरू हुई चुनावी बयार के बीच भाजपा-कांग्रेस जहां अपनी रणनीति में जुट गई हैं वहीं कई नेता तीसरे मोर्चे के तौर पर राजनीतिक भविष्य तलाशने में लगे हैं। लगातार बन रहे राजनीतिक घटनाक्रम और बदलते समीकरणों के बीच कोई मजबूत तीसरा मोर्चा बनने की संभावना नजर भी आती है।

इसी कड़ी में अब सात बार विधायक रहे दिग्गज नेता देवीसिंह भाटी भी एक बार फिर तीसरे मोर्चे की संभावनाएं तलाशने यात्रा पर निकल पड़े हैं। मारवाड़ यानी बीकानेर जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर आदि जिलों में लोगों से मिलने के बाद वे दूसरे संभागों की ओर रूख करेंगे। बुधवार को भाटी जोधपुर पहुंचे। यहां कई युवा नेताओं से मिले। बातचीत की। अपने खास अंदाज और बेबाक बयानों के लिए पहचान रखने वाले भाटी यहां भी उसी अंदाज में दिखे।

मीडिया से बातचीत में बोले, भाजपा में वसुंधरा के अलावा कोई जन नेता नहीं है। जयपुर में ‘नहीं सहेगा राजस्थान प्रदर्शन‘ में भीड़ जुटाने के लिए प्रधानमंत्री तक को ट्वीट करना पड़ा। बीकानेर में मोदी तो आए तो प्रधानमंत्री के आयोजन लायक भीड़ नहीं जुट पाई। वसुंधरा राजे के पास नेतृत्व नहीं होने से भाजपा के कार्यकर्ताओं में उत्साह नहीं है। भाटी ने कहा, सर्वे चाहे कुछ भी कहते हो। कांग्रेस कितनी भी कमजोर क्यों न दिखती हो लेकिन भाजपा के पास भी जन जुड़ाव नहीं है। ऐसे मे एक बार फिर सामाजिक न्याय मंच की तर्ज पर अकेले यात्रा शुरू की है। लोगों को जोड़ रहे हैं। तीसरे मोर्चे की प्रदेश में बहुत जरूरत है।

बड़ी पार्टी के बिना अकेले दम पर चुनावी वैतरणी में उतरने के रिस्क को भाटी ने कुछ यूं बयां किया:जब नाव जल में छोड़ दी, तूफान में ही मोड़ दी दे दी चुनौती सिंधु को, फिर पार क्या..मझदार क्या..

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