बीकानेर,नोखा-कोलायत,कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी लगभग हर दिन कोई न कोई ऐसा संकेत कर रहे हैं जो चौंकाने के साथ ही नये समीकरणों की ओर इशारा करता है। हाल ही मुख्यमंत्री निवास जाकर अशोक गहलोत से लंबी मुलाकात की है। इस मुलाकात में हुई बात का उन्होंने खुलासा नहीं किया। अब पूर्व संसदीय सचिव और नोखा से विधायक रहे दिग्गज नेता कन्हैयालाल झंवर के साथ अचानक लंबी मुलाकात चर्चा में आ गई है।
मंगलवार को भाटी नोखा पहुंचे। यहां पूर्व संसदीय सचिव कन्हैयालाल झंवर, नगर पालिका अध्यक्ष नारायण झंवर सहित झंवर और भाटी दोनों के समर्थक मौजूद रहे। अनौपचारिक बातें ज्यादा हुई लेकिन फोकस राजनीतिक हालात ही रहे। भाटी-झंवर दोनों ने इस मुलाकात को सामान्य बातचीत कहा और अपने पत्ते नहीं खोले। इससे इतर जानकार मानते हैं कि झंवर और भाटी की कैमिस्ट्री अच्छी है। हालांकि एकबारगी झंवर कोलायत जाकर भाटी के सामने चुनाव लड़ चुके हैं। इसके बाद भी उनके रिश्ते काफी अच्छे हैं।
अभी भाटी-झंवर के बीच यह मुलाकात इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योकि दोनों ही किसी पार्टी से प्रतिबद्ध नहीं है। हालांकि झंवर ने पिछला चुनाव कांग्रेस के सिंबल से बीकानेर पूर्व से लड़ा लेकिन इसके बाद वे लंबे समय से अब कांग्रेस से दूरी बनाए हैं। चुनाव नोखा से ही लड़ने की मंशा जता चुके हैं।
भाटी भी पिछले चुनाव के बाद बीजेपी छोड़ चुक हैं। तीसरा मोर्चा बनाने की घोषणा की। फिर कहा, वसुंधरा राजे को नेतृत्व दिया जाए तो भाजपा के साथ आ सकता हूं। अब पश्चिमी राजस्थान के कई जिलों में प्रवास कर नई राजनीतिक जमीन टटोल रहे हैं।
मंगलवार को हुई भाटी-झंवर मुलाकात में पूर्व पालिकाध्यक्ष डॉ सीताराम पंचारिया, भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष अनोपसिंह, अक्षयसिंह सिंजगुरु, सवाईसिंह चरकड़ा, कक्कू के पूर्व सरपंच भूपेंद्र सिंह बीदावत, भीख सिंह गुंदूसर, राणुसिंह सारूंडा, इंद्र सिंह आदि उपस्थित थे।