बीकानेर शहर की सड़कों पर बेसहारा पशुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। रोज आमजन पशुओं के कारण हो रही समस्याओं से जूझ रहे है। आए दिन लोग पशुओं की चपेट में आकर घायल हो रहे है व अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। आमजन को हो रही समस्याओं के बाद भी निगम प्रशासन गौर नहीं कर रहा है। सरह नथानिया में पूगल रोड पर निगम की स्वयं की नंदीशाला है, लेकिन निगम ने करीब दो साल से इस गोशाला में पशुओं को डालने पर रोक लगा रखी है। यही नहीं इस गोशाला का संचालन कर रही समिति के भुगतान को भी नगर निगम ने रोक रखा है। गोशाला समिति और नगर निगम के बीच चल रहे विवाद का खमियाजा शहर की जनता भुगत रही है। न जनप्रतिनिधि सुध ले रहे हैं और ना ही जिले के आला अधिकारी सभी दूर बैठकर जनता को हो रही परेशानियों को महज देख ही रहे है। वहीं वर्तमान में गोशाला का संचालन कर रही समिति को भुगतान करने की बजाय निगम ने नई इओआई जारी कर दी है।
नगर निगम की नंदीशाला का संचालन बुलादेवी सोहन लाल ओझा गोशाला समिति कर रही है। इसी समिति की ओर से गाढवाला में भी गोशाला का संचालन किया जा रहा है। निगम ने पूर्व में शहरी क्षेत्र से पकड़े पशुओं को गाढवाला स्थित गोशाला में छोड़े। पशुओं के चारा, पानी के पेटे समिति, निगम में करीब साढे तीन करोड रुपए मांग रही है। निगम प्रशासन ने पूगल रोड स्थित नंदीशाला की ओट में गाढवाला में रखे पशुओं का भुगतान भी रोक रखा है। समिति बार-बार तकादा कर रही है, लेकिन निगम भुगतान नहीं कर रहा है। बताया जा रहा है कि यहां के भुगतान की प्रक्रिया पूरी हो रखी है, लेकिन फिर भी निगम भुगतान नहीं कर रहा है।
पूगल रोड नंदीशाला के लिए नगर निगम ने बुलादेवी सोहनलाल ओझा समिति को ढाई करोड रुपए का भुगतान किया। गोशाला समिति के अनुसार समिति ने इस राशि से एमओयू के अनुसार गोशाला समिति के. ने गोशाला परिसर में समतलीकरण, छह बाड़ों का निर्माण, खेळिया, टीन शेड, पशुओं के ठाण, रसोडा, कार्यालय कक्ष के दो कमरे, आठ लेबर क्वार्टर, दो टयूबवेल, चारा गोदाम सहित कई कार्य करवाए है। फाइल फोटो समिति ने प्राप्त राशि से निर्माण कार्य करवा दिए हैं, लेकिन निगम इन कार्यो का एस्टीमेट महज डेढ करोड़ ही मान रहा है। समिति एडवांस भुगतान के पेटे पचास लाख रुपए निगम में जमा भी करवा चुका है।
सरह नथानिया पूगल रोड स्थित नंदीशाला में रहने वाले पशुओं की देख रेख, संचालन आदि को लेकर नगर निगम ने इओआई जारी कर दी है, जबकि वर्तमान में संचालन कर रही समिति का न निगम ने भुगतान किया है और ना ही समिति को इसकी जानकारी दी है। निगम आयुक्त ने 11 अप्रेल को गोशाला को लेकर इओआइ जारी की है।