बीकानेर,विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं की राजनीतिक महत्वकांक्षा बुधवार को शहर में निकली धर्मयात्रा के दौरान झलकती नजर आई। लोगों के स्वागत में भी कई लोगों का राजनीतिक एजेंडा छिपा हुआ लगा। ऐसे में सवाल यह उठाया जा रहा है कि क्या नव संवत्सर कार्यक्रम इन नेताओं की नैया पार लगा देगा?
गौरतलब है कि बुधवार को हिन्दू नव वर्ष पर हिन्दू जागरण मंच की ओर सेे आयोजित की गई धर्मयात्रा के मार्ग पर जगह-जगह इन नेताओं ने अपने पोस्टर, बैनर व होर्डिंग्स लगा कर आमजन के सामने अपनी राजनीतिक महत्वकांक्षा जाहिर कर दी। कुछ लोगों ने मौका देखकर मंच बना लिए और अपने समर्थकों के साथ धर्मयात्रा में शामिल लोगों का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। हालांकि धर्मयात्रा कोई राजनीतिक आयोजन नहीं था बल्कि धार्मिक आयोजन था, ऐसे में इन नेताओं की ओर से धर्मयात्रा का स्वागत करना स्वाभाविक है लेकिन हिन्दू जागरण मंच की ओर सेे पिछले दस वर्षों से (कोरोनाकाल के दो वर्ष को छोड़ कर) निरंतर यह आयोजन किया जा रहा है। इस बार जो नेता धर्मयात्रा में शामिल लोगों पर पुष्पवर्षा कर रहे थे, वे पहले इस आयोजन में ऐसा करते कभी नजर नहीं आए। यही वजह है कि राजनीतिक बातों के चटकारे लेने वालों में इस बार इन नेताओं का यह कार्य चर्चा का विषय बन गया। धर्मयात्रा में शामिल कुछ लोग तो यहां तक बात कर रहे थे कि चुनाव की चाहत इन्हें यहां खींच लाई है, वरना आम आदमी से या जनहित के मुद्दों से कभी भी इनका जुड़ाव देखा ही नहीं गया। ये नेता अपनी विचारधारा वाले संगठन के कार्यक्रमों में भी बहुत कम ही नजर आए, लेकिन जब इतना बड़ा आयोजन हो और हजारों की तादाद में लोगों के रूबरू होने का मौका हो, तो उसे हर कोई भुनाने की कोशिश में रहता है।