श्रीडूंगरगढ़ बीकानेरमित्र मंडल की रवानगी दिनांक 11 सितंबर को जब -जब भी भादव मास आरंभ होता है तब- तब मन रूपी मयूर बाबा धाम श्री रुणिचा की ओर दौड़ने को आतुर हो जाता है। इसी क्रम में श्री डूंगरगढ़ के प्रथम पदयात्री संघ मित्र मंडल की
आज हाई स्कूल रोड़ पर स्थित श्री गणेश ज्योतिष कार्यालय में राजगुरु पंडित देवीलाल उपाध्याय की अध्यक्षता में बैठक रखी गई जिसमें पैदल यात्रा 2023 विषय संबंधित चर्चा की गई।
उपाध्याय ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी संघ दिनांक 11 सितंबर 2023 को प्रातः 11:30 बजे सरकारी अस्पताल के पास स्थित बाबा रामदेव जी के मंदिर से धूमधाम से जुलूस के साथ रवाना होगा। देवी लाल रामदेव उपाध्याय ने बताया कि इस वर्ष पदयात्रियों की संख्या अधिकतम 100 ही रखी गई है एवं महंगाई को देखते हुए यात्री शुल्क मात्र ₹3100 ही रखा गया है। यात्रियों का पंजीयन पहले आओ पहले पाओ के नियम से किया जाएगा। उपाध्याय ने बताया कि इस वर्ष पदयात्रा के दौरान 35000 लीटर ठंडे पानी के टैंकर, प्रत्येक पद यात्री को मेडिकल की किट और नहाने व कपड़े धोने का साबुन, पेपर शोप, तेल, कंघा, मंजन, ब्रुश आदि किट बिना किसी अतिरिक्त चार्ज के संघ की तरफ से उपलब्ध करवाई जाएगी। पदयात्रा के दौरान प्रत्येक आठ व्यक्तियों के समूह को संपूर्ण यात्रा काल के दौरान एक निजी वाहन उपलब्ध करवाया जाएगा। पैदल यात्रियों को 10 दिनों के लिए गद्दों की सुविधा संघ की तरफ से ही नि: शुल्क उपलब्ध करवाई जाएगी। उपाध्याय ने बताया कि संघ में इस वर्ष 40 अनुभवी एवं कर्मठ सेवादारों की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। 25 वाहनों के काफिला के साथ संघ में एम्बुलेंस की व्यवस्था भी उपलब्ध रहेगी। उपाध्याय ने बताया कि इस वर्ष संघ में यात्रियों के लिए हाई टी की भी व्यवस्था की गई है। पद यात्रियों के लिए प्रतिदिन ताजा फल, दूध एवं ज्यूस की भी व्यवस्था उपलब्ध रहेगी। उपाध्याय ने बताया कि इस वर्ष कपड़े धोने के लिए मशीन की सुविधा उपलब्ध रहेगी। उपाध्याय ने बताया कि संघ उपरोक्त सुविधाओं के अलावा अन्य और भी नूतन प्रकार की सुविधाओं के लिए प्रयासरत हैं विदित रहे की मित्र मंडल पैदल यात्री संघ उपाध्याय के नेतृत्व में मां वैष्णो देवी (जम्मू-कश्मीर), गुजरात में स्थित द्वारिका जैसे दुरगामी धार्मिक स्थलों की भी यात्रा कर चुका है। बैठक के दौरान जगदीश सिखवाल, पवन सुथार, जतन सिंह राजपुरोहित, लालचंद सारस्वत, राजकुमार सारस्वत, रामावतार जांगिड़, लिखमीचंद जांगिड़, चंदन डागा, नारायण दास स्वामी, ओम प्रकाश सारण, विजय राजसेवक आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे। जो भी पद यात्री एक बार इस संघ के जाकर आता है वह अच्छी व्यवस्था अच्छा भोजन की बहुत प्रशंसा करता है। पद यात्रा की रवानगी के समय शहर के सम्पूर्ण रास्ते दर्शकों की भारी संख्या होती है। सभी भक्त उत्साह के साथ नाचते गाते हुए तथा बाबा रामदेव के जयकारे लगाते हुए जाते हैं।