बीकानेर,बीकानेर अनूपगढ़ शाखा में अनिश्चितकालीन नहरबंदी के चलते रेगुलेशन बहाल करने की मांग जोर पकड़ती जा रही है। सोमवार को जाट धर्मशाला में किसानों की बैठक हुई। इसके बाद किसान उपखण्ड अधिकारी कार्यालय पहुंचे और प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की।
साथ ही मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन उपखण्ड अधिकारी को सौंपा। किसानों ने आरोप लगाया कि उपखण्ड अधिकारी ने नारेबाजी करने से रोका और कार्रवाई की धमकी भी दी।
किसान नेता सत्यप्रकाश सियाग, जीयाराम, विनोद कुमार, ओमप्रकाश सहित किसानों ने बताया कि इदिरा गांधी नहर परियोजना के प्रथम चरण में 4 में से 2 समूह में सिंचाई पानी देने की मांग को लेकर सोमवार को किसानों ने प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा। किसानों ने हरिके बैराज से तुरंत पानी छोडऩे व रेगुलेशन बहाल करने की मांग की। एसडीएम कार्यालय के बाहर भी किसानों ने काफी देर तक नारेबाजी की। वहीं परिसर में पहुंचकर नारेबाजी करने पर उपखंड अधिकारी खफा हो गए।
इस दौरान एसडीएम ने किसानों पर मुकदमा दर्ज करने की भी धमकी दे डाली। इस दौरान कई देर तक माहौल तनावपूर्ण बना रहा। वहीं किसानों ने 31 जुलाई को घड़साना में बड़ा आंदोलन करने की भी चेतावनी दी। किसान नेता राजू जाट ने कहा कि सरकार को तुरंत गंभीरता दिखाते हुए हरिके बैराज से किसानों को 4 में से 2 समूह के तहत पानी देना चाहिए। देरी से पानी छोडऩे के कारण अधिकांश क्षेत्रों में नरमे की फसल झुलस चुकी है। समय रहते रेगुलेशन बहाल नहीं किया, तो 31 जुलाई को घड़साना में आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान काफी संख्या में किसान मौजूद रहे।