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बीकानेर।राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने तृतीय श्रेणी शिक्षको के लिए 6 – डी व सेटअप परिवर्तन निर्देशो पर सुझाव देते हुए संगठन अभिमत पर सकारात्मक विचार किये का आग्रह किया है ।
संगठन प्रदेशमंत्री रवि आचार्य ने बताया कि मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री को संगठन की और से भेजे गए सुझावों में अवगत करवाया गया हैं कि सरकार के चुनाव घोषणा पत्र में 6 – डी बन्द करने की घोषणा की गई थी जिसके अनुरूप इसे बंद कर सेटअप परिवर्तन बन्द किया जावे अथवा इसे ऐच्छिक किया जाये ताकि नव नियुक्त ऊर्जावान शिक्षको को अपनी इच्छा से माध्यमिक में जाने का अवसर मिल सके । वहीं विगत कई वर्षों से प्रारम्भिक शिक्षा में सेवाएं दे रहे शिक्षको को अपने ही विभाग में रहकर निरंतर सेवाएं देते हुए दूरस्थ पदस्थापन के दंश से मुक्ति मिल सके । नवीन सेवा नियम 2021 की घोषणा के साथ 6 – डी के तहत पंचायत राज के 3 वर्ष के अनुभव की शर्त हटाकर इसे शून्य वर्ष किया गया है जिससे शिक्षको में सकारात्मक माहौल बना था । अनुभव की शर्त शून्य करने के नए नियम का उपयोग कर शिक्षा विभाग में सेटअप परिवर्तन व 6 – डी के नियम में शिथिलता प्रदान की जा सकती है ताकि शिक्षको को राहत मिल सके । इस हेतु माध्यमिक शिक्षा के विद्यालयों के रिक्त पदों को सीधी भर्ती के तहत नवीन भर्तियां कर भरा जावे तथा प्रारम्भिक शिक्षा के रिक्त पदों को भी सीधी भर्ती से भरा जावे तो दोनो विभागों में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी । जैसा कि पूर्ववर्ती सरकारों के समय होता था । इससे 6 – डी व सेटअप परिवर्तन की समस्या दूर होगी । इसके बाद भी माध्यमिक शिक्षा में शिक्षको की आवश्यकता हो तो शिक्षको से विकल्प लेकर ही सेटअप परिवर्तन किया जाना उपयुक्त होगा ।
नियम 6 – डी केवल पंचायत राज के तहत नियुक्त शिक्षको को शिक्षा विभाग में लेने की प्रक्रिया है । जिसमे शिक्षको को स्वैच्छिक शिक्षा विभाग में भेजा जाता रहा है लेकिन विगत 7 वर्षों में इस नियम 6 – डी का अनुचित तरीके से उपयोग कर कई शिक्षकों को माध्यमिक शिक्षा विभाग में भेजकर सेटअप बदलने की जबरन कार्यवाही की गई हजारों कोर्ट प्रकरण भी बने तथा शिक्षको को परेशान किया गया । एक तरफ काउंसिलिंग कर स्वैच्छिक भेजना बताया तो दूसरी तरफ जो सेटअप बदलवाना नहीं चाहता उन्हें अनुपस्थित मानकर जबरन भेजने के आदेश भी किये । वही किसी को भी यात्रा व दैनिक भत्ता भी नही दिया । काउंसिलिंग से सेटअप बदलने में उपस्थित शिक्षको को स्वैच्छिक जाना बताकर योगकाल की 10 पीएल व यात्रा व दैनिक भत्ता नहीं दिया गया । जब इनका स्वैच्छिक सेट अप परिवर्तित किया है तो फिर अनुपस्थित रहने वालों के लिए स्वैच्छिक नहीं मानकर उन्हें नियम 6 – डी से छूट देना👌 न्याय के प्राकृत सिद्धांत के अनुरूप था किंतु ऐसा नहीं कर ऐसे शिक्षको को दूरस्थ स्थान पर जबरन पदस्थापित किया गया । अतः अनुपस्थित रहने वाले शिक्षको को स्वैच्छिक नहीं मानकर उन्हें प्रारम्भिक शिक्षा में रखना ही उचित होगा । अन्यथा विगत 7 वर्षों में नियम 6 – डी से जबरन भेजे गए 2 लाख से अधिक समस्त शिक्षको को योगकाल की 10 पीएल तथा यात्रा व दैनिक भत्ता दिया जाना न्यायसंगत होगा । वर्तमान में माध्यमिक शिक्षा में रिक्त पदों की संख्या बहुत कम रहती है ऐसे में माध्यमिक शिक्षा व प्रारम्भिक शिक्षा में थर्ड ग्रेड शिक्षकों की सीधी भर्ती की जावे तथा प्रत्येक वर्ष माध्यमिक सेटअप में जाने वाले शिक्षको के लिए नियम 6 – डी सेटअप परिवर्तन प्रक्रिया को स्वैच्छिक बनाने नियम में संशोधन करवाया जावे । *संगठन महामंत्री अरविन्द व्यास* ने ज्ञापन में लिखा है कि संगठन सुझावों पर सकारात्मक संज्ञान लेते हुए 6 – डी सेटअप परिवर्तन विकल्पात्मक करने तथा विगत 7 वर्षों में जबरन काउंसिलिंग से सेटअप परिवर्तन कर माध्यमिक शिक्षा में भेजे गए समस्त शिक्षको को योगकाल का उपार्जित अवकाश 10 दिन एवं यात्रा व दैनिक भत्ता प्रदान करवाने आदेशार्थ पूर्व नियमों में संशोधन करवाकर शिक्षको को राहत प्रदान करवाने के आग्रह के साथ ही जब तक नियम 6 – डी में संशोधन नही किया जाता तब तक वर्तमान में नियम 6 – डी के तहत चल रही कार्यवाही पर रोक लगाने की मांग की है।

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